फ्लिपकार्ट डकैती कांड : शातिर अभिषेक ने किया सरेंडर
The cunning Abhishek surrendered
वैशाली के भगवानपुररती गांव का रहनेवाला है शातिर राजा व संदीप झा के साथ रची थी डकैती की साजिश दो जनवरी को लालगंज में कार्यालय में की थी लूट संवाददाता, मुजफ्फरपुर खबड़ा स्थित फ्लिपकार्ट के गोदाम में डकैती व डिलीवरी ब्वॉय प्रकाश मिश्रा की गोली मारकर हत्या के मामले अभिषेक कुमार उर्फ भक्कू ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. वह कांड के बाद से फरार था. वैशाली जिला के वैशाली थाना के भगवानपुररती गांव का वह रहने वाला है. पुलिस टीम लगातार उसके ठिकाने पर दबिश बना रही थी. इसी बीच उसने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. सदर थानेदार अस्मित कुमार ने बताया कि अभिषेक शातिर अपराधी है. पुलिस टीम ने दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल में भी रेड की थी. लेकिन, वह ठिकाना बदल रहा था. पुलिस टीम लगातार उसके परिजन व रिश्तेदारों के यहां दबिश बनाये हुई थी. जल्द ही उसकी कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट लेकर इश्तेहार व कुर्की- जब्ती की कार्रवाई की जाती.पर इससे पहले ही उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. अब पुलिस टीम अहियापुर के सलेमपुर के शूटर वसीम उर्फ खान, वैशाली जिला के लालगंज के जलालपुर गांव के नन्की, सराय गांव के दुर्लभ, लालगंज थाना के यूसुफपुर के टिंकू कुमार, रवि रंजन कुमार उर्फ कल्लू, लालगंज थाना के प्रेमगंज के टिंकू कुमार समेत अन्य के ठिकाने पर छापेमारी कर रही है. जल्द ही वे नहीं धरे गये तो गिरफ्तारी वारंट लेकर इश्तेहार व कुर्की की कार्रवाई होगी. सदर थाने की पुलिस ने इस कांड में दो आरोपी राजा महतो उर्फ राजा बाबू को पश्चिम बंगाल के हावड़ा से गिरफ्तार किया था. इससे पहले संदीप झा की गिरफ्तारी झारखंड के बोकारो से की गयी थी. लूट में सिर पर लपेटा था भूरे रंग का चेकदार गमछा लूट के दौरान अभिषेक उर्फ भक्कू ने चेहरे पर भूरे रंग का चेकदार गमछा लपेट कर काले रंग का जैकेट व पेंसिल रंग का फुलपैंट पहने हुए था. उसके जूते का रंग काला था जिसमें उजला सोल लगा हुआ था. भक्कू के साथ-साथ कल्लू, विष्णु व संदीप के हाथ में कट्टा था. वह वारदात को अंजाम देने के लिए दुर्लभ के साथ ग्लैमर बाइक से पहुंचा था. अभिषेक को 30 हजार हिस्से में मिले थे लूटपाट के बाद जब अपराधी वैशाली जिला के यूसुफपुर दियर पहुंचा तो वहां रुपये का बंटवारा हुआ था. इसमें विष्णु व उसके दोनों साथी दुर्लभ व मोहित को 90 हजार रुपये मिले थे. अभिषेक उर्फ भक्कू को 30 हजार, कल्लू को 30 हजार, मो वसीम उर्फ खान को 60 हजार, संदीप झा को 30 हजार रुपये दिया गया था. बाकी बचा रुपये राजा महतो व ननकी रख लिया था.
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