फुलवरिया गोली कांड के तीसरे आरोपित मुन्ना कुमार उर्फ रावण को पुलिस ने मीनापुर से दबोचा
मुजफ्फरपुर.
मीनापुर थाना क्षेत्र के फुलवरिया में नंदू कुमार को सुपारी लेकर गोली मारने के मामले में फरार तीसरे आरोपित मुन्ना कुमार उर्फ रावण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रावण की गिरफ्तारी खरार-फुलवरिया बांध रोड से की गयी है. उसके पास से एक देसी पिस्टल और दो कारतूस के साथ ही एक चोरी की बाइक और एक माेबाइल भी बरामद किया गया है. शनिवार को ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पैक्स चुनाव को लेकर पुलिस इस इलाके में गश्ती कर रही थी. तभी खरार-फुलवरिया बांध पर एक युवक बिना नंबर प्लेट की गाड़ी लेकर आता दिखा. पुलिस की गाड़ी देखकर वह भागने लगा. जब जवानों ने उसे खदेड़कर पकड़ा और पूछताछ की तो उसने बताया कि वह सिवाइपट्टी थाना क्षेत्र के खोजापकड़ी का रहने वाला मुन्ना कुमार उर्फ रावण है. उसकी तलाशी के क्रम में लोडेड देसी पिस्टल और करतूस भी मिला. बाइक भी चोरी की होने की बात उसने स्वीकार की. थाने पर लाकर जब उससे पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि नंदू कुमार पर गोली उसी ने चलायी थी. दो लाख रुपये में नंदू की हत्या की डील हुई थी. फुलवरिया गोली कांड में ही सुपारी देने वाले विजय प्रसाद और शीला देवी के घर वह गोली मारने के लिए तय राशि का बकाया पैसा लेने जा रहा था. इसी बीच पुलिस ने उसे दबोच लिया.उसने पुलिस को बताया कि शीला देवी और उसके पति विजय प्रसाद ने इस गोली कांड के लिए पंकज उर्फ अमित कुमार उर्फ छोटा डॉन से बात की थी. उसने मिथुन सहनी से संपर्क किया था. मिथुन सहनी ने बीच की कड़ी का कार्य करते हुए रावण को सुपारी दी थी. घटना से पहले एडवांस के रूप में कुछ पैसे दिये थे. शेष राशि काम होने के बाद मिलना था. शीला और विजय प्रसाद पंकज उर्फ छोटा डॉन के मौसी-मौसा हैं.
पैसे को लेकर चल रहा था विवाद
शीला एक अस्पताल में नर्स थी. उसी अस्पताल में नंदू कर्मचारी था. दोनों के बीच पैसे की लेनदेन होती थी. इसी के विवाद में शीला ने नंदू की हत्या के लिए दो लाख रुपये की सुपारी दे दी थी. 22 जुलाई को मिथुन सहनी और रावण एक बाइक पर बैठकर आये थे. मिथुन बाइक चला रहा था और रावण ने नंदू को गोली मारी थी. इसके लिए पंकज ने ही बाइक और पिस्टल उपलब्ध कराया था. घटना के बाद नंदू की पत्नी गुंजा कुमारी ने विजय प्रसाद समेत पांच लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी.प्रेम-प्रसंग की भी बात आ रही सामने
ग्रामीण एसपी ने बताया कि फुलवरिया गोली कांड में प्रेम-प्रसंग का भी मामला सामने आया है. नंदू काे विजय प्रसाद ने रास्ते से हटाने के लिए पंकज के माध्यम से रावण को सुपारी दी थी. नंदू व विजय की पत्नी के बीच बातचीत के प्रमाण मिले हैं.आधा दर्जन से अधिक मामलों में मुख्य आरोपित है रावण
सिवाइपट्टी थाने में मुन्ना उर्फ रावण पर 2022 से 2024 के बीच छह मामले दर्ज हैं. वहीं मीनापुर थाने में भी उसपर प्राथमिकी है. पंकज और मिथुन की गिरफ्तारी इसी महीने हुई थी. उस दौरान रावण बचकर भाग निकला था.बता दें कि मिथुन सहनी पीयर इलाके में पुलिस मुठभेड़ में जख्मी हो गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है