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व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य

बोचहां प्रखंड के विभिन्न नदी, जलाशय व दरवाजे पर महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को व्रतियों ने अर्घ्य दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 14, 2024 10:20 PM

बोचहा़ं प्रखंड के विभिन्न नदी, जलाशय व दरवाजे पर महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को व्रतियों ने अर्घ्य दिया. इस दौरान जय छठी मइया के गीतों से गांव से शहर तक के घाट गुलजार हो गये. प्रखंड के कन्हारा हरदास, मझौली, घरभारा, भुताने, गरहां, लोहसरी, कफेन चौधरी, पटियाशा, सरफुददीनपुर, मैदापुर, आदिगोपालपुर सहित अन्य गांवों में छठ पूजा की जा रही है़ वहीं नदी, जलाशय, पोखर के साथ साथ कृत्रिम पोखर का सहारा लेकर व्रतियों ने सूर्य देव को अर्घ देकर पूजा की. इस दौरान छठी मइया के पौराणिक गीत सुनाकर उनसे छठ व्रतियों ने प्रार्थना की. —————— मनियारी़ थाना क्षेत्र में लोक आस्था और सूर्य उपासना के पर्व चैती छठ के तीसरे दिन रविवार को व्रतियों ने तालाब, नदी सहित अपने घरों में ही अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया़ अनुष्ठान के अंतिम दिन सोमवार को व्रती सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे. इस दौरान हरपुर बलड़ा, अख्तियारपुर परेया, पकाही, छबकी, कमलपुरा, गरहुआ, झिकटी, छितरौली, सोनबरसा, करमचन्द बलड़ा, अमरख समेत सभी जगहों पर चैती छठ धूमधाम से मनाया जा रहा है. श्रद्धालुओं ने नदी, तलाब व अपने घरों के पास पोखर बनाकर पूजा की़ ——————— बंदरा़ प्रखंड क्षेत्र में रविवार को व्रतियों द्वारा बूढ़ी गंडक नदी के तेपरी घाट पर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया गया़ सूर्य उपासना के पर्व को लेकर प्रखंड क्षेत्र में व्रतियों ने पूरी आस्था के साथ सूर्य देव की पूजा-अर्चना करते हुए संपूर्ण विश्व के कल्याण के लिए प्रार्थना की. इससे पहले छठ व्रती छठी मैया के गीत गाकर जलाशयों तक पहुंचे. उनके साथ श्रद्धालु भी शामिल थे. सोमवार की अहले सुबह उदीयमान सूर्य उपासना एवं अर्घ्य के साथ चैती छठ संपन्न हो जायेगा. इसके बाद व्रती निर्जला उपवास तोड़ेंगी.

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