चाईबासा में मुआवजा मिलने पर माने परिजन, शवों का दाह-संस्कार कर गांव लौटे
झारखंड के चाईबासा के उलझाड़ी गांव स्थित निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज भवन में मृत मजदूर के परिजन एंबुलेंस में रखे शव के साथ मुआवजे की मांग पर मंगलवार की देर रात तक अड़े रहे.
मृत दोनों मजदूरों की पत्नियों को मिला 11-11 लाख रुपये नगद मुआवजा प्रतिनिधि, मनियारी झारखंड के चाईबासा के उलझाड़ी गांव स्थित निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज भवन में मृत मजदूर के परिजन एंबुलेंस में रखे शव के साथ मुआवजे की मांग पर मंगलवार की देर रात तक अड़े रहे. परिजनों के साथ मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण में जुटे मजदूरों के समर्थन व छितरौली मुखिया प्रतिनिधि राजीव राय की पहल रंग लायी. देर रात भवन निर्माण कंपनी के प्रबंधक ने मृतक राज कुमार भगत की पत्नी रीना देवी व दीपू राय की पत्नी फूलो देवी को 11-11 लाख रुपये नगद मुआवजा दिया़ इसके बाद मजदूर व उनके परिजन माने और एंबुलेंस में रखे शवों को स्थानीय श्मशान घाट पर दाह संस्कार कर दिया गया. उसके बाद परिजनों के साथ अपने घर के लिए रवाना गये. मालूम हो कि चाईबासा जिले के उलझारी गांव में बन रहे मेडिकल कॉलेज भवन में मजदूरी कर रहे तीन मजदूरों को डंपर ने कुचल दिया था, जिसमें दो की मौत के बाद परिजनों ने भवन निर्माण कंपनी से मुआवजा को लेकर मिले थे़ लेकिन दूसरे दिन कंपनी की ओर से कोई पहल नहीं होता देख भवन निर्माण में जुटे अन्य मजदूर भी कार्य बाधित कर इनके समर्थन में प्रर्दशन किया था. इस कारण मुआवजा मिलने में आसानी हुई़
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