बीपीआरओ ने एक सप्ताह में जांच का दिया आश्वासन मुखिया समर्थक भी अड़े, पूर्व मुखिया के कार्यों की जांच की मांग मीनापुर: आमरण अनशन पर बैठे रघई पंचायत के पूर्व मुखिया दंपती का आंदोलन सोमवार को समाप्त हो गया. रघई पंचायत में चल रही विकास योजनाओं में अनियमितता व पीसीसी सड़क का निर्माण मानक के अनुसार नहीं कराने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुखिया चंदेश्वर प्रसाद व उनकी पत्नी लालपरी देवी काे आंदोलन के दूसरे दिन बीपीआरओ के आश्वासन पर सोमवार को अनशन समाप्त हो गया. बीपीआरओ करुणानंद पुरुषोत्तम ने दोनों को जूस पिलाकर अनशन तोड़वाया़ कहा कि एक सप्ताह में मांगों की जांच टेक्निकल एक्सपर्ट से कराकर न्यायोचित कार्रवाई की जायेगी. मौके पर वैश्य महासंघ के महासचिव भूपाल भारती, इंदल शर्मा मौजूद थे. वहीं पर दूसरे पक्ष की पंसस अनिता गुप्ता के पति पवन गुप्ता, राजू मालाकार, डिक्की कुमार सहित अन्य लोगों ने बीपीआरओ से कहा कि पूर्व मुखिया चंदेश्वर साह व लालपरी द्वारा बनायी गयी सड़कों की भी जांच होनी चाहिए. पहले लाल पत्थर से सड़क की ढलाई हुई थी. अभी काला पत्थर, लाल बालू से ढलाई हो रही है. आपसी लेनदेन के चलते धरना पर बैठे हैं. आत्मदाह की धमकी दे रहे हैं. इनके कार्यों की भी जांच करवाइए. दूसरी ओर मुखिया संत कुमार ने कहा कि अधिकारियों के समक्ष ही जनता ने पोल खोल दी है.
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