जालसाज बोला-तुम्हारा बेटा रेप व सोने की तस्करी में शामिल और ठगे ₹ 1.80 लाख

जालसाज बोला-तुम्हारा बेटा रेप व सोने की तस्करी में शामिल और ठगे ₹ 1.80 लाख

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2024 12:41 AM

मुजफ्फरपुर. काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के आनंद विहार कॉलोनी पोखरिया पीर के रहने वाले अशोक कुमार भगत से साइबर ठगों ने 1.80 लाख रुपये की ठगी कर ली. मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर जालसाज ने उनके मोबाइल पर कॉल किया. कहा कि तुम्हारा बेटा एक लड़की का रेप करने, डकैती डालने व सात तोला सोना की तस्करी व 15 लाख रुपये कैश के साथ गिरफ्तार हुआ है. साइबर अपराधियों ने अशोक को डराकर उनसे रकम ऐंठ ली. उनसे कहा कि बेटे को बचाना चाहते हो तो 50 हजार रुपये भेज दो. साइबर अपराधी ने आधार कार्ड का सत्यापन के नाम पर उनसे सारी जानकारी ले ली. फोन आने के बाद पीड़ित काफी डर गया. उसने अपने बेटे को कॉल किया, लेकिन उसका कॉल नहीं लगा. वह घबराहट व डर के मारे अपराधी के बताये अकाउंट में यूपीआइ से पेमेंट कर दिया. इसके बाद साइबर अपराधियों ने उसको बताया कि रेप पीड़िता लड़की मरने की स्थिति में है. केस मैनेज करने के लिए डेढ़ लाख रुपये और देना होगा. इसके बाद वह साइबर अपराधियों के बताये खाते में विभिन्न यूपीआइ आइडी से कुल एक लाख 80 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया. शाम छह बजे जब बेटे से बात की तो फ्रॉड होने की जानकारी मिली. साइबर अपराधियों ने उनके बेटे के चरित्र विनाश एवं गिरफ्तारी से बचाने का झांसा देकर उससे यह ठगी की है. मामले को लेकर पीड़ित ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. बताया है कि 19 मार्च को कॉल कर यह ठगी की गयी है. मोगनीज की डिस्ट्रीब्यूटरशिप दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख ठगे मुजफ्फरपुर. पंखा टोली इलाके के राजा कुमार से मोगनीज की डिस्ट्रीब्यूटरशिप दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये की ठगी कर ली गयी. पीड़ित ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर इसकी लिखित शिकायत की है. पीड़ित का कहना है कि उसको मोगनीज का डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेनी थी. ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरने के बाद उसे कॉल आया कि फॉर्म जमा कर दो. यह भी कहा कि पहले सिक्योरिटी मनी जमा करानी होगी. डेढ़ लाख रुपये जमा कराने के बाद उसको फ्रॉड होने की जानकारी हुई.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version