वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर सर…मैं 2019-22 का छात्र रहा हूं. फाइनल परीक्षा उत्तीर्ण किए करीब डेोढ़ वर्ष बीत चुके हैं, पर अबतक मेरा रिजल्ट ठीक नहीं है. एक वर्ष में बेतिया से तीन बार आकर आवेदन दे चुका हूं पर इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इससे कॅरियर अंधकारमय हो रहा है. परिजनों से भी डांट सुन रहा हूं. बीआरएबीयू के अतिथि गृह में आयोजित छात्र संवाद में बेतिया से पहुंचे एमजेके कॉलेज के छात्र रजत कुमार गुप्ता ने ये बातें परीक्षा नियंत्रक से कहीं. उन्होंने कहा कि 20 मई को परीक्षा परिणाम आया था. इसमें द्वितीय वर्ष का अंक नहीं जुटा था. इसमें सुधार के लिए 11 सितंबर 2023, 24 अप्रैल 2024 व 25 जून को आवेदन दिया था. हर बार कहा गया कि रिजल्ट ठीक हो जाएगा. पर अबतक ठीक नहीं हुआ. परीक्षा नियंत्रक ने एक सप्ताह में रिजल्ट सुधार कर पोर्टल पर इसे प्रदर्शित करने का आश्वासन दिया. आरएलएसवाइ कॉलेज, बेतिया के छात्र उमंग राज ने भी अंक नहीं जोड़े जाने के कारण पेंडिंग रिजल्ट की शिकायत की. वे सत्र 2023-27 के छात्र हैं. प्रथम सेमेस्टर में उनका एक पेपर का अंक ही नहीं चढ़ाया गया है. जबकि वे मेमो और उपस्थिति पत्रक की कॉपी भी जमा कर चुके हैं. एसएलके कॉलेज सीतामढ़ी के छात्र मो जहांगीर को डिग्री की आवश्यकता है. इसके लिए वे छात्र संवाद में आवेदन लेकर पहुंचे थे. आरबीबीएम कॉलेज की डेढ़ दर्जन से अधिक छात्राएं द्वितीय वर्ष की कॉपी जांच में गड़बड़ी की शिकायत की. उनका कहना था कि उन्हें दो से 11 अंक तक दिया गया है. अधिकतर छात्राएं प्रमोटेड हैं. ऐसे में कॉपियों की फिर से जांच होनी चाहिए.कई छात्रों ने अंकपत्र नहीं मिलने की शिकायत की.विवि में जांच करने पर पता चला कि अंकपत्र कॉलेजों को भेजा जा चुका है. इसके बाद भी वे छात्रों को अंकपत्र देने में आनाकानी की जा रही है. छात्र संवाद में डीएसडब्ल्यू प्रो आलोक प्रताप सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ सुबालाल पासवान समेत परीक्षा विभाग के अन्य कर्मचारी मौके पर मौजूद थे.
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