भूतेश्वर स्टेशन से पैदल ही रेलवे ट्रैक पर चलकर मथुरा जा रही थी तीनों बच्चियां
भूतेश्वर स्टेशन से पैदल ही रेलवे ट्रैक पर चलकर मथुरा जा रही थी तीनों बच्चियां
:: ट्रैक नंबर 1401 पर चलने के दौरान तीनों बच्चियों को ट्रैकमैन ने दो बार हटाया था :: मालगाड़ी आने के बाद 1402 पर जाकर तीनों हाथ जोड़कर आ गयी थी सामने संवाददाता, मुजफ्फरपुर मथुरा में शहर की तीन मासूम बेटियां माही, गौरी व माया को मालगाड़ी के सामने आकर सुसाइड करने के पीछे की वजहों को पुलिस तलाश रही है. केस के आइओ दारोगा मोहन कुमार पिछले चार दिनों से मथुरा में कैंप किये हुए हैं. मथुरा में ट्रैक नंबर 1402 जहां तीनों बच्चियों ने मालगाड़ी के सामने आकर सुसाइड किया था. वहां पुलिस ने पहुंचकर ट्रैकमैन का बयान दर्ज किया है. ट्रैकमैन के अनुसार तीनों बच्चियां घटना के दिन मथुरा से करीब तीन किमी पहले भूतेश्वर स्टेशन से ही पैदल ही ट्रैक नंबर 1401 दिल्ली रूट पर आ रही थी. ट्रैकमैन का पुलिस ने बयान दर्ज किया है. उसका वीडियो भी बनाया है. उसने बताया है कि वह भूतेश्वर स्टेशन से ट्रैक चेक करते मथुरा की ओर जा रहा था. इस दौरान दो बार तीनों बच्चियों को ट्रैक से बाहर हटाया था. उनसे ट्रैक पर चलने का कारण पूछा तो उनलोगों ने बताया कि ट्रेन छूट गयी है. आगे नानी का घर है. वहीं ट्रैक होकर जा रहे हैं. उनको ट्रैक से नीचे हटाने की बात कह आगे चला गया. वह गौर से देखा तो तीनों बच्चियों के पास मात्र एक पिठू बैग ही था. इस बीच दोपहर होने के बाद वे लोग लंच करने जा रहे थे कि 1402 पर आ रही मालगाड़ी के सामने तीनों बच्ची हाथ जोड़कर खड़ी हो गयी. ट्रेन की चपेट में आने से तीनों की मौके पर ही मौत हो गयी. कोई भी बच्ची साड़ी नहीं पहनी थी. इधर, तीनों बच्चियां मथुरा पहुंचने के बाद 10 दिनों तक कहां रही. इसकी जांच के लिए पुलिस एक आश्रम पहुंची. एक इंस्टाग्राम आइडी में प्रेमानंद बाबा से इंस्पायर्ड होने की जानकारी पुलिस को मिली थी. आश्रम में जाकर पुलिस ने छानबीन की. वहां के मैनेजमेंट से जुड़े लोगों से पूछताछ की. सीसीटीवी फुटेज खंगाला. इसमें तीनों बच्चियों के आश्रम में आने या किसी सत्संग में भाग लेने का कोई सुराग नहीं मिला है.
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