वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बीआरएबीयू के अंतर्गत आने वाले हाजीपुर के एक कॉलेज के छात्र को बिना परीक्षा में शामिल हुए ही उसे पास कर अंकपत्र जारी करने का मामला संज्ञान में आया है. हालांकि, यह विश्वविद्यालय में कोई पहला मामला नहीं है. मामला संज्ञान में आते ही विश्वविद्यालय ने स्पेशल टेबुलेटर और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की है. दोनों को डीबार कर दिया गया है. साथ ही भविष्य में दाेनों से परीक्षा से जुड़ा कोई भी कार्य नहीं कराने काे कहा गया है. जानकारी के अनुसार हाजीपुर के एक कॉलेज का छात्र पार्ट थर्ड के जीएस पेपर में शामिल नहीं हुआ था. इसके बाद भी उसे उत्तीर्ण घोषित कर दिया गया. साथ ही उसका अंक पत्र जारी कर दिया गया. वह एक पेपर की परीक्षा में शामिल ही नहीं हुआ था. जब छात्र ने अंकपत्र के आधार पर मूल प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया तो विश्वविद्यालय ने मामले में संज्ञान लिया. जांच के क्रम में यह बात सामने आयी कि छात्र एक पेपर की परीक्षा में अनुपस्थित था, लेकिन अंकपत्र पर उसे अंक दे दिया गया था. ऐसे में अंकपत्र की टेंपरिंग मामले में स्पेशल टेबुलेटर एसएनएस कॉलेज के प्रोफेसर घनश्याम ठाकुर को परीक्षा के कार्यों से तत्काल प्रभाव से पदमुक्त कर दिया गया है. साथ ही उन्हें डीबार कर दिया गया है. आगे परीक्षा से जुड़ा कोई कार्य इनसे नहीं लिया जाएगा. वहीं पार्ट थर्ड में नियुक्त कर्मचारी संदीप कुमार की भी इस मामले में संदिग्ध भूमिका पायी गयी. ऐसे में संदीप कुमार को पार्ट थर्ड सेक्शन से हटाकर विश्वविद्यालय के काउंटर पर भेज दिया गया है. कुलपति प्रो.डीसी राय ने कहा कि टेबुलेशन रजिस्टर में हेराफेरी कर छात्र को पास कर दिया गया था. मामला विश्वविद्यालय के संज्ञान में आने के बाद स्पेशल टेबुलेटर और कर्मचारी को डीबार करते हुए कर्मचारी का स्थानांतरण कर दिया गया है. साथ ही परीक्षा नियंत्रक को भी चेतावनी दी गयी है.
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