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कवि गोष्ठी में बहती रही गीत- गजलों की बयार

कवि गोष्ठी में बहती रही गीत- गजलों की बयार

By Prabhat Khabar News Desk | April 28, 2024 8:34 PM

वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर नवयुवक समिति के सभागार में रविवार को नटवर साहित्य परिषद की ओर से मासिक कवि गोष्ठी सह मुशायरा का आयोजन किया गया. अध्यक्षता सत्येन्द्र कुमार सत्येन, मंच संचालन डाॅ. लोकनाथ मिश्र, स्वागत उद्बोधन संयोजक डॉ. नर्मदेश्वर प्रसाद चौधरी व धन्यवाद ज्ञापन डाॅ.विजय शंकर मिश्र ने किया. शुरुआत आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री की गीत से किया गया. कवि व गीतकार डाॅ.विजय शंकर मिश्र ने – ”””” गीत रचें हम गुलमोहर की छांव में, तपन – ताप से मुक्ति मिले फिर गुलमोहर की छांव में ”””” सुनाकर तालियां बटोरी. डॉ.नर्मदेश्वर मुजफ्फरपुरी ने – ”””” मानव जीवन पाये हो तो कुछ अच्छा कर लो ना, आचार्य चन्द्रकिशोर पाराशर ने – ”””” हर दिल में शिवाला हो तो कोई बात बने, डाॅ.लोकनाथ मिश्र ने- ””””अकेला ही तो आया था अकेला ही जाऊंगा ””””, प्रमोद नारायण मिश्र ने- याद आई पर तू न आई,सूख गई सब तरुणाई ”””” सुनाकर तालिया बटोरी. वहीं शुभनारायण शुभंकर, अंजनी कुमार पाठक, मोहन कुमार सिंह, डाॅ.जगदीश शर्मा, नरेन्द्र मिश्र, मुन्नी चौधरी, दीनबंधु आजाद, अशोक भारती, नन्द किशोर पोद्दार, सुरेन्द्र कुमार, संजय कुमार ने भी काव्य पाथ किया.

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