हर महीने नगर निगम को वसूलने होंगे 04-05 करोड़ रुपये, फिर पकड़ी गयी तीन करोड़ की टैक्स चोरी
54704 होल्डिंग है पूरे शहरी क्षेत्र में
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र में नगर निगम व स्मार्ट सिटी से सरकारी व निजी भवनों का चल रहे सर्वेक्षण के बीच प्रॉपर्टी टैक्स की डिमांड राशि में फिर तीन करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि हुई है. अब तक हुए सर्वे में नगर निगम का कुल डिमांड राशि 70 करोड़ रुपये के पार हो गया है. आने वाले समय में यह राशि 90-100 करोड़ रुपये के बीच पहुंचने का अनुमान है. टैक्स वसूली शाखा की मिली जिम्मेदारी के बाद शनिवार को उप नगर आयुक्त रविशंकर प्रसाद ने इसकी समीक्षा की. सभी तहसीलदार व टैक्स दारोगा को तय डिमांड राशि के अनुसार वसूली का निर्देश दिया है. हर महीने कम से कम चार से पांच करोड़ रुपये वसूली का टारगेट दिया गया है. बड़े बकायेदारों को भी चिह्नित कर सख्ती से वसूली करने की कार्रवाई नगर निगम करेगा. उप नगर आयुक्त ने इन सभी बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए सभी वार्ड तहसीलदार को टारगेट के अनुसार राशि वसूली करने को कहा है. वसूली में शिथिलता बरतने वाले कर्मी पर कार्रवाई भी होगी.
बता दें कि अभी नगर निगम शहर के एक-एक होल्डिंग का सर्वे करा रहा है. इसमें बड़ी संख्या में होल्डिंग स्वामी हैं, जो निगम के प्रॉपर्टी टैक्स की चोरी कर रहे है. ऐसे होल्डिंग स्वामियों की टैक्स राशि कई गुना की वृद्धि हो गयी है.
बॉक्स ::: पांच फीसदी छूट देने के बाद निगम ने वसूला है 09 करोड़ रुपयेनगर निगम का चालू वित्तीय वर्ष का प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने पर अभी सितंबर महीने तक कोई जुर्माना नहीं लगेगा. यानी, कोई छूट निगम प्रशासन नहीं देगा, तो कोई जुर्माना भी वसूल नहीं करेगा. वहीं, एक अक्टूबर से प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने पर चालू वित्तीय वर्ष के अप्रैल महीने से डेढ़ फीसदी जुर्माना को जोड़ कर नगर निगम कुल राशि की वसूली करेगा.
बॉक्स :: ट्रेड लाइसेंस से 47.36 लाख रुपये वसूली
ट्रेड लाइसेंस से चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 47.36 लाख रुपये की वसूली हुई है जबकि डिमांड 1.93 करोड़ रुपये का है. इसमें नकदी 45.20 लाख रुपये की वसूली नगर निगम किया है. ऑनलाइन के माध्यम से 2.16 लाख रुपये की वसूली हुई है. ट्रेड लाइसेंस शहर के व्यवसायी, दुकानदार, बैंक, ऑफिस आदि को लेना है. इसके लिए तीन स्लैब नगर निगम तय कर रखा है. छोटे दुकानदारों के लिए न्यूनतम 1000 रुपये तय किया गया है. इसके अलावा 2000 और 2500 रुपये का स्लैब तय है.
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