राखियों से सजा बाजार, लुभा रही स्टोन वर्क की राखी
होलसेल से लेकर खुदरा बाजार से जमकर हो रही खरीदारी
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर. भाई-बहनों के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन के लिए राखियों का बाजार सज चुका है. गरीबनाथ मंदिर रोड स्थित होलसेल बाजार से इसकी जमकर बिक्री हो रही है. उत्तर बिहार के खरीदार शहर की राखी मंडी से जमकर खरीदारी कर रहे हैं. इस बार कई नये डिजायन की राखियां लोगों को लुभा रही है. यहां के दुकानदारों ने दिल्ली, कोलकाता और मुंबई से राखियां मंगवायी है. कोलकाता से जड़ी वाली राखी, दिल्ली से डोरी वाली और मुंबई से स्टोन वर्क की हुई राखियों का स्टॉक किया गया है. दुकानदारों की मानें तो शहर के बाजार से करीब चार करोड़ के राखियों का कारोबार होगा. राखी के बाजार में जिले के अलावा पूर्वी चंपारण, पं.चंपारण, सीतामढ़ी और शिवहर के दुकानदारों की भीड़ लगी है. इसके अलावा लोकल स्तर पर खरीदारी हो रही है. यहां पेश है राखी के बाजार पर रिपोर्ट भैया-भाभी के लिए खूब बिक रहा सेट बाजार मे भैया-भाभी के लिए राखियों के सेट की खूब डिमांड है. बहनें अपने भाइयों के लिए तो राखी खरीद ही रही हैं, भाभी के लिए भी राखियों की खरीदारी कर रही हैं. भैया-भाभी राखी सेट बहनों को खूब लुभा रहा है. बाजार में इसकी कीमत 20 से लेकर 200 रुपए तक है. इसमें भैया और भाभियों की राखी का डिजायन अलग-अलग बनाया गया है. दुकानदारों का कहना है कि पिछले तीन-चार सालों से भैया-भाभी राखी सेट का प्रचलन बढ़ा है़. हर साल इसकी डिमांड बढ़ रही है. पहले मारवाड़ी समाज में इसकी मांग थी, लेकिन अब अन्य लोग भी इसकी खरीदारी कर रहे हैँ. महिलाएं खरीद रहीं लूंबा राखी राखी के बदलते ट्रेंड में अब महिलाएं खुद के लिए भी राखी खरीद रही हैं. इसका नाम लूंबा राखी है. महिलाएं इसे चूरी में लगाती है. इन दिनों बाजार में इस राखी की डिमांड भी काफी है. ग्रामीण क्षेत्रों के दुकानदार भी इस राखी की खरीदारी कर रहे हैं. इसकी कीमत पांच से 50 रुपए है. दुकानदार तौसीफ ने बताया कि लूंबा राखी का ट्रेंड भी हाल के वर्षों में बढ़ा है. महिलाएं भाइयों के अलावा अपने लिए भी राखी की खरीदारी कर रही हैं.
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