वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बारिश के मौसम का असर बस से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में देखने को मिल रहा है. सरकारी व निजी बस स्टैंड को मिला दे तो औसतन यात्रियों की संख्या में करीब 25 प्रतिशत तक की कमी आयी है. उत्तर बिहार का सबसे बड़ा निजी बस स्टैंड बैरिया है जहां से प्रतिदिन 1200 से अधिक बसों का परिचालन होता है, जिसमें करीब 10 से 12 हजार यात्री आसपास के जिलों में यात्रा करते है. लेकिन बारिश के मौसम में यात्रियों की संख्या में कमी आने के कारण बसों के परिचालन में भी थोड़ी कमी आयी है. अभी करीब नौ सौ बसों का परिचालन बैरिया बस स्टैंड से हो रहा है. इसमें सबसे अधिक बसों का परिचालन पटना रूट में है जहां हर दो से चार मिनट पर पटना की बस उपलब्ध है. इसके बाद दरभंगा रूट, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज, बेगूसराय, छपरा, समस्तीपुर, महुआ रूट के लिए गाड़ियों का परिचालन होता है. मोटर फेडरेशन के प्रवक्ता कामेशवर महतो ने बताया कि स्टैंड में में निर्माण चल रहा है, बारिश को लेकर चारों ओर कीचड़ की स्थिति है, इस समय यात्रियों की संख्या में करीब 25 प्रतिशत से अधिक की कमी आयी है. यात्री की संख्या कमने से कुछ बसों के परिचालन में भी कमी आयी है. इधर इमली चट्टी स्थित बिहार राज्य पथ परिवहन निगम लिमिटेड (बीएसआरटीसी) सरकारी बस स्टैंड में भी यात्रियों की संख्या में करीब 20 से 25 प्रतिशत की कमी आयी है. प्रतिदिन यहां से 110 बसें पटना, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर आदि जिलों के लिए खुलती है. यात्री की संख्या कमी है लेकिन बसों का परिचालन टाइम से किया जा रहा है. बीएसआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक आशीष कुमार ने बताया कि यात्रियों की संख्या में कमी आयी है. इस असर राजस्व पर पड़ा है. पहले प्रतिदिन डीपो में जहां करीब छह लाख रुपये का टिकट बिकता था, वहीं अभी यह कभी 5 लाख तो कभी 5.20 लाख पर आ गयी है. बारिश के मौसम में यात्रियों की संख्या में थोड़ी कमी हो जाती है. लेकिन सुबह में काम पर जाने वाले यात्रियों की भीड़ रहती है.
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