मुजफ्फरपुर. मथुरा में मालगाड़ी के सामने एक साथ हाथ जोड़कर सुसाइड करनेवाले वाली तीनों बच्चियों की केस की गुत्थी सुलझाने में नगर थाने की पुलिस जुटी हुई है. वरीय पदाधिकारी के आदेश के आलोक में पुलिस की दो अलग-अलग टीम सुसाइड की गुत्थी सुलझाने के लिए मंगलवार को कानपुर व मथुरा पहुंची. कानपुर में तीनों बच्चियों के गायब होने के बाद मोबाइल की अंतिम लोकेशन मिली थी. वहां पीएसआइ साहुल कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम जांच के लिए गयी. पुलिस ने जंक्शन, रेलवे स्टेशन के बाहर व बस स्टॉप पर भी सीसीटीवी फुटेज खंगाला है. लेकिन,तीनों का सीसीटीवी में कोई साक्ष्य नहीं मिला है. इधर, मथुरा में दरोगा माेहन कुमार के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम को चुनाव की गिनती होने के कारण मंगलवार को उनको स्थानीय पुलिस का ज्यादा सहयोग नहीं मिल पाया. जिस जगह पर तीनों बच्चियां ट्रेन से कटी थीं, वहां जाकर छानबीन की. आसपास के लोगों से बातचीत की. लेकिन, कुछ सुराग हासिल नहीं हो सका. अब स्थानीय पुलिस की मदद से वह बुधवार से अनुसंधान शुरू करेंगे. वह पता लगाएंगे कि मथुरा पहुंचने के बाद बच्चियां कहां- कहां गयी थीं. कहां रहीं और किनसे मुलाकात की. मथुरा में रेलवे ट्रैक तक किस रास्ते से पहुंची. उनके साथ कोई और तो नहीं था. बच्चियां अपने साथ जो सामान लेकर गयी थी वह कहां छोड़ दीं. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस मथुरा में साक्ष्य इकट्ठा करेगी. जानकारी हो कि शहर के योगियामठ व बालूघाट इलाके की रहने वाली तीन बच्चियों ने मथुरा में मालगाड़ी के सामने आकर सुसाइड कर लिया था. घटना के तीन दिन बाद बच्चियों की परिजनों ने पहचान की थी. परिजनों की डिमांड थी कि उनकी बच्चियों की सुसाइड के पीछे की वजह की पुलिस तलाश करें. इस मामले में पुलिस ने तीनों बच्चियों के घर से 18 से अधिक कॉपियां जब्त की थी. जिसमें भक्ति- भाव से जुड़ी बातें, श्लोक आदि लिखी गयी थी. बच्चियों की आत्मा की शांति को लेकर कैंडल मार्च भी निकाला गया था.
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