बिजली कंपनी के इंजीनियरों के साथ समीक्षा बैठक में बोले डीएम
मुजफ्फरपुर.
बिजली कंपनी के इंजीनियरों के साथ समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा, प्रीपेड मीटर में खराबी कुछ नहीं, लोगों को यह समझाएं. मीटर लगाने में तेजी और जागरूकता अभियान के माध्यम से भ्रम को दूर किये जाने की जरूरत है.डीएम सुब्रत कुमार सेन ने साफ तौर पर कहा कि आमलोगों के भीतर प्रीपेड मीटर को लेकर भ्रांतियां व संशय है. इसे दूर करने में प्रयास करने होंगे. अभियान चलाकर उन्हें बताया जा सकता है कि वे बिजली बचत कैसे कर सकते हैं. सभी सरकारी भवनों में 30 नवंबर तक प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगवा लेने का डीएम ने निर्देश दिया. समीक्षा में बताया कि जिले में 79% प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगे चुके हैं. इसमें 8,42,309 उपभोक्ताओं में से 6,68,455 के यहां मीटर लग चुका है. चार डिविजन में अर्बन 1 व 2 में शत प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. पूर्वी में 78% व पश्चिमी डिविजन में 65% मीटर लग गये हैं. इस पर डीएम ने पूर्वी व पश्चिमी के कार्यपालक अभियंता को तेजी से काम को करते हुए शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने का निर्देश दिये.सार्वजनिक स्थल पर लगाएं जागरूकता कैंप
डीएम ने प्रीपेड स्मार्ट मीटर के बारे में आम लोगों के बीच फैली भ्रांति व संशय को दूर करने को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर सार्वजनिक स्थलों पर शिविर का आयोजन करने को कहा. अभियंताओं द्वारा बताया गया कि विभागीय स्तर पर प्रचार प्रसार जारी है. इसमें नुक्कड़ नाटक, वाहन से प्रचार, होर्डिंग से जागरूक अभियान चलाया जा रहा है, इसे और व्यापक पैमाने पर चलाया जायेगा.स्मार्ट प्रीपेड मीटर के ये हैं लाभ
– ऊर्जा की बचत– अग्रिम रिचार्ज पर कुल 3% का वित्तीय लाभ– त्रुटि रहित व सहज बिलिंग- दैनिक खपत व ऊर्जा शुल्क की राशि की जानकारी उपलब्ध
– बकाया राशि को आसान किस्तों में भुगतान की सुविधा- 2000 रुपये से अधिक अग्रिम जमा राशि पर ब्याज की सुविधा.– स्वीकृत भार से अधिक भार पर 6 महीने तक कोई दंडात्मक राशि नहीं है.
– नेट मीटर हेतु उपयोगडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है