Khadi Mall: मुजफ्फरपुर के पीएनटी चौक के समीप जिला खादी ग्रामोद्योग की जमीन पर बने खादी मॉल का शुभारंभ इसी महीने के 18 या 19 अक्टूबर को संभावित है. इसका उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार करेंगे. खादी मॉल बन कर तैयार है. कपड़ों का डिस्पले भी कर दिया गया है. फीता कटते ही इस मॉल से लोग मनपसंद खादी के कपड़ों की खरीदारी कर पाएंगे.
उत्तर बिहार का पहला खादी मॉल
इस मॉल का निर्माण 7.52 करोड़ की लागत से किया गया है. यह उत्तर बिहार का पहला खादी का मॉल है. मॉल के दो तल पर खादी के कपड़े का शोरूम और खादी ग्रामोद्योग द्वारा उत्पादित वस्तुएं रखी गयी हैं. तीसरे तल पर गोदाम और मॉल का कार्यालय बनाया गया है. यह उत्तर बिहार का पहला मॉल है, जहां एक ही छत के नीचे खादी के रेडिमेड गार्मेंट्स उपलब्ध होंगे. मॉल में फिलहाल 20 स्टाफ की नियुक्ति की गयी है.
लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा मिलेगा
इस मॉल को खुलने से लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा मिलेगा, इससे जिले के करीब एक हजार कत्तिन और बुनकरों को रोजगार मिलेगा. इस मॉल में खादी के सभी तरह के वस्त्र उपलब्ध रहेंगे. खादी ग्रामोद्योग बोर्ड जिले में खादी के विकास में सहयोग कर रहा है. मॉल को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिये चरखा के साथ उत्पादन के लिए कार्यशील पूंजी भी दी जायेगी. इसके साथ खादी उत्पादन करने वाली संस्थाओं को आधुनिक युग के हिसाब से वस्त्र निर्माण कराने व उसके बाजार की व्यवस्था भी सुनिश्चित होगी. बोर्ड से जुड़ी संस्था के तैयार समान को खादी मॉल व जिला खादी ग्रामोद्योग संघ की ओर से चलने वाली बिक्री केंद्र पर उपलब्ध कराया जायेगा.
खादी ग्रामोद्योग संघ के महामंत्री वीरेंद्र कुमार ने कहा कि खादी मॉल ग्रामोद्योग के लिये एक बड़ी योजना है. इसके शुरू होने से खादी संस्थायें पुनर्जीवित होंगी. महिलाओं के लिए नये रोजगार का सृजन होगा. यहां सभी तरह के अत्याधुनिक ड्रेस खादी के कपड़ों में उपलब्ध होंगे. इसके लिए हमलोग फैशन डिजायनर से कपड़ों की डिजायन करायेंगे और उसे मॉल के अलावा खादी के अन्य बिक्री केंद्रों पर रखेंगे.
इसे भी पढ़ें: Bihar Land Survey: ऑनलाइन मिलेगी खतियान की नकल, सिर्फ इतना रुपये देना होगा प्रति कॉपी शुल्क
खादी मॉल बन कर तैयार है. मॉल में कपड़ाें का डिस्पले भी कर दिया गया है. सीएम के उद्घाटन के साथ ही मॉल से ग्राहक खरीदारी कर पाएंगे. इस मॉल में लेटेस्ट डिजायन के खादी के रेडिमेड गार्मेंट्स रखे गए हैं. मॉल खुलने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और खादी के कपड़ों को एक नया बाजार मिलेगा
– रिजवान अहमद, पदाधिकारी, जिला खादी ग्रामोद्योग