स्मार्ट सिटी की तीन बड़ी योजनाएं होंगी आम नागरिकों के हवाले
स्मार्ट सिटी की तीन बड़ी योजनाएं होंगी आम नागरिकों के हवाले
-15.80 करोड़ रुपये की लागत से बना है म्युनिसिपल शॉपिंग मार्ट
मुजफ्फरपुर.
नये साल 2025 शहरवासी के लिए कई नयी उम्मीदें लेकर आयेंगी. बहुप्रतीक्षित स्मार्ट सिटी की कई महत्वपूर्ण योजनाएं आम नागरिकों के हवाले होगी, जो मुजफ्फरपुर शहर सहित उत्तर बिहार के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा. शहर के बीचों-बीच तिलक मैदान रोड में बने बहुमंजिले म्युनिसिपल शॉपिंग मार्ट 2025 में चालू हो जायेगा. चार मंजिला म्युनिसिपल शॉपिंग मार्ट के ग्राउंड फ्लोर में पार्किंग है, जिसमें 30 कार खड़ी हो सकती है. इसके अलावा प्रथम, द्वितीय व तृतीय तल को मिला कुल 31 दुकानों का निर्माण हुआ है. सबसे ऊपरी मंजिल पर ओपन रेस्टोरेंट की व्यवस्था होगी. इस प्रोजेक्ट पर 15.80 करोड़ रुपये खर्च हुई है.नये साल में साइकिल ट्रैक, पाथ-वे व ग्रीन बफर जोन का आनंद लेंगे शहरवासी
मुजफ्फरपुर.
लगभग 198 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे सिकंदरपुर लेक फ्रंट प्रोजेक्ट का कार्य भी नये साल में पूर्ण हो जायेगा. तेजी से सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है. यह मुजफ्फरपुर ही नहीं. बल्कि, उत्तर बिहार का सबसे बड़ा पिकनिक स्पॉट बन जायेगा. सिकंदरपुर लेक फ्रंट प्रोजेक्ट का कार्य मार्च 2025 तक में पूरा होगा. तेजी से अधूरे कार्य को पूरा करने में स्मार्ट सिटी की टीम लगी है. कर्बला रोड व मरीन ड्राइव की तरफ से साइकिल ट्रैक, पाथे-वे व ग्रीन बफर जोन का आनंद शहरवासी ले सकते हैं. तत्काल पब्लिक के लिए कर्बला रोड की तरफ से पाथ-वे ट्रैक को ओपन कर दिया गया है. शाम होते ही लाइट के जलने के बाद खूबसूरत नजारा भी दिखने लगा है.नये साल में बन जायेगा मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स ग्राउंड बन जायेगा सिकंदरपुर का पंडित नेहरू स्टेडियम
मुजफ्फरपुर.
सिकंदरपुर के पंडित नेहरू स्टेडियम को मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स ग्राउंड बनाने का काम भी 2025 में पूर्ण हो जायेगा. अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी कंपनी की तरफ से तीसरी बार टेंडर निकाला गया है. 20 करोड़ रुपये की अधिक लाग से पंडित नेहरू स्टेडियम को मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स ग्राउंड बनाया जा रहा है. अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए जो टेंडर आमंत्रित किया गया है. उसकी लागत राशि लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये हैं. टेंडर गिराने की आखिरी तिथि 20 जनवरी तय की गयी है. वहीं, 21 जनवरी को टेंडर को ओपन कर तकनीकी रूप से जांच-पड़ताल होगी. बता दें कि इससे पहले दो-दो बार टेंडर आमंत्रित किया गया था. लेकिन, एजेंसी ने दिलचस्पी नहीं ली. इस कारण दोनों बार टेंडर को रद्द करना पड़ गया है. हालांकि, तीसरी बार टेंडर फाइनल होने की उम्मीद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है