मुजफ्फरपुर जंक्शन रि-डेवलपमेंट कार्य में अब तक 74.28 करोड़ खर्च
प्रोजेक्ट पूरा करने के लिये 20 अगस्त 2025 तक का समय, तय डेडलाइन पर काम पूरा करना चुनौती
मुजफ्फरपुर.
स्मार्ट सिटी की तरह ही निर्माण हो रहे, वर्ल्ड क्लास जंक्शन को लेकर भी लोग टकटकी लगाये बैठे है. हाल के दिनों में तोड़-फोड़ के साथ स्टेशन के पुनर्विकास की रफ्तार तेज हो गयी है. इसके साथ ही लोग इस योजना के बारे में काफी कुछ जानना भी चाहते है. जंक्शन प्रोजेक्ट को लेकर पी. सिंह नाम के व्यक्ति ने आरटीआइ के तहत सोनपुर मंडल से कुछ सूचनाएं मांगी थी. जिस सवाल के जवाब में कई चिजों को स्पष्ट किया गया है. जिसके तहत बताया गया है कि अभी तक इस प्रोजेक्ट में 74.28 करोड़ रुपये खर्च हो चुका है. बता दें कि यह योजना करीब 446 करोड़ की है. वहीं जेनरल मैनेजर प्रोजेक्ट की ओर से जानकारी दी गयी है कि 20 अगस्त 2025 तक जंक्शन के रि-डेवलपमेंट के कार्य का डेडलाइन है. हालांकि योजना एग्रीमेंट की शर्तों के अनुसार करीब छह माह पीछे चल रही है. ऐसे में दिये गये डेडलाइन पर योजना को पूरा करना बड़ी चुनौती होगी. हाल में पूर्व मध्य रेल के जीएम छत्रसाल सिंह ने प्रोजेक्ट का जायजा लिया था, उन्होंने काम में तेजी लाने के साथ तय समय में काम पूरा करने का निर्देश दिया था.योजना में अब तक का काम
चक्कर चौक की ओर से जंक्शन के दक्षिणी द्वार के पास नये बुकिंग काउंटर भवन को हैंड ओवर कर दिया गया. जो फिलहाल पार्किंग एरिया के साथ संचालित है. वहीं मालगोदाम चौक की ओर से कंबाइंड बिल्डिंग टर्मिनल का काम पूरा लगभग पूरा हो गया. इस बिल्डिंग से अब प्लेटफॉर्म संख्या-6, 7 व 8 को सीधा जोड़ने की तैयारी की जा रही है. पुराने यूटीएस भवन व आरपीएफ पोस्ट को तोड़ दिया गया है. जहां जंक्शन के नये भवन के लिये पाइलिंग का काम तेजी से चल रहा है. इसके साथ ही अब निर्माण कार्य को लेकर प्लेटफॉर्म संख्या-7 व 8 को करीब एक महीने के लिये ब्लॉक किया जायेगा. इसको लेकर आरएलडीए की ओर से प्रस्ताव भी भेजा गया है. इसके साथ ही नये वायरिंग का काम लगातार किया जा रहा है. बता दें कि मुजफ्फरपुर स्टेशन को लेकर रेलवे मंत्रालय की ओर से मॉनिटरिंग की जा रही है.इन सुविधाओं का होगा विस्तार
– स्टेशन पहुंच मार्ग- सर्कुलेटिंग एरिया- वेटिंग हॉल
– शौचालय- जरूरत के हिसाब से लिफ्ट- एक्सलेटर– मुफ्त वाइ-फाइ- प्लेटफॉर्म पेयजल व्यवस्था- ब्रिज ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड
स्टेशन डिजाइन में इन बिंदुओं का रखा गया ध्यान
– यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर तरीके से डिजाइन किये गये साइन बोर्ड- रेलवे भूमि एवं परिसंपत्तियों का समुचित सदुपयोग का प्रावधान- स्थानीय कला और संस्कृति को प्राथमिकता- स्टेशनों का सिटी सेंटर के रूप में विकास- शहर के दोनों तरफ प्रवेश-निकास द्वार- स्टेशन भवनों का सुधार-पुनर्विकास- अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं का प्रावधान- यात्री आवागमन के लिए सुगम व्यवस्थाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है