Tirhut MLC By Election: बिहार विधान परिषद के तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव का परिणाम केवल चुनावी गिनती तक सीमित नहीं रहेगा. मुजफ्फरपुर स्थित MIT कॉलेज में मतगणना जारी है और देर रात तक परिणाम आने की उम्मीद है. इस परिणाम से न केवल राजनीतिक दलों की तस्वीर साफ होगी, बल्कि यह भी तय होगा कि क्षेत्र के लोग किस चेहरे को अपने प्रतिनिधि के रूप में देखेंगे.
सत्ता और विपक्ष के लिए अहम परीक्षा
इस उपचुनाव में केवल एक सीट का चुनाव नहीं हो रहा है, बल्कि यह सत्ता पक्ष और विपक्षी गठबंधन के लगभग सभी घटक दलों की साख से जुड़ा हुआ मामला बन चुका है. राजनीतिक दलों के लिए यह चुनाव एक तरह से ‘कास्टिंग वोट’ की तरह साबित हो सकता है, जहां जन सुराज पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवारों की चुनौती और बढ़ा देती है.
क्षेत्रीय समीकरणों पर पड़ेगा गहरा असर
यह चुनाव क्षेत्र की राजनीति को फिर से नया आकार देगा। यहां की सामाजिक और पारिवारिक समीकरण के साथ-साथ क्षेत्र पर ‘पुश्तैनी दावों’ का भी गहरा असर पड़ेगा. इसका असर आगामी विधानसभा चुनाव पर भी पड़ सकता है, क्योंकि अब यह चुनाव 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी का संकेत दे सकता है.
विजेता के लिए चाहिए कुल वैध मतों का इतना प्रतिशत
इस उपचुनाव में विजेता का फैसला अनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति द्वारा किया जाएगा. किसी भी उम्मीदवार को कुल वैध मतों का 50 प्रतिशत से एक वोट अधिक प्राप्त करना अनिवार्य होगा. यदि किसी को यह संख्या पहले वरीयता से नहीं मिलती, तो दूसरी वरीयता के मतों की गिनती की जाएगी.