अखाड़ाघाट पुल पर गिरा पेड़, थम गयी लाइफलाइन
अखाड़ाघाट पुल पर गिरा पेड़, थम गयी लाइफलाइन
-तीन घंटे तक ठप रहा आवागमन, झोपड़ी भी क्षतिग्रस्त-पुल पर लगा बिजली का पोल टूट कर गिरा मुजफ्फरपुर.शहर का लाइफ लाइन कहे जाने वाले अखाड़ाघाट पुल से आवागमन उस समय ठप हो गया, जब पुल के उत्तरी पूर्वी छोड़ पर एक विशाल जलेबी का पेड़ गिर गया. पेड़ के गिरने से पास के एक एस्बेस्टस का दुकान भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. इसके बाद पुल के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी. कुछ देर में स्थिति ऐसी हुई कि पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया. लोग पेड़ के नीचे से सरक कर निकल रहे थे. सबसे अधिक परेशानी शहर से लौट रहे लोगों को हो रही थी. भीड़ में फंसे लोग गर्मी से बिल बिला रहे थे. घटना शाम करीब 7.30 बजे की है. बारिश और हल्की हवा में पुल पर अचानक पेड़ गिर गया.पेड़ के गिरने के कारण सड़क पर बड़ी मात्रा में लकड़ियां और टहनियां फैल गईं, जिससे लंबा जाम लग गया. यह घटना उस समय हुई जब पुल पर काफी संख्या में वाहन गुजर रहे थे, लेकिन कोई दुर्घटना नहीं हुई. करीब तीन घंटे बाद पेड़ को जेसीबी से हटाया गया. इसके बाद आवागमन सही तरीके से चालू हो सका. पुल पर लगे स्ट्रीट लाइट भी क्षतिग्रस्त हो गया. इसके वजह से पुल पर आपूर्ति ठप हो गया. मोबाइल के रोशनी से लोग किसी तरह पैदल आ जा रहे थे. विलंब से प्रशासन के पहुंचने से आक्रोश घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी जाम नहीं हट पाया. हालांकि स्थानीय लोगों का कहना था कि प्रशासन की टीम काफी देर बाद पहुंची. इसके वजह चारों तरफ से जाम लग गया. इनका यह कहना था कि पेड़ पहले से ही झुका हुआ था. बारिश के दौरान पेड़ तेज आवाज के साथ टूट कर गिर गया. —- धान के लिए वरदान साबित हुई सुबह से रात तक की बारिश -बारिश से किसानों के खिले चेहरे, अब आयेगी धन रोपनी में तेजी मुजफ्फरपुर. गुरुवार की सुबह से रात तक रुक-रुक कर हुई बारिश धान के लिए वरदान साबित हुई़. बारिश के कारण धान रोपनी का लक्ष्य 60 फीसदी भी पूरा नहीं हो पाया था. किसान पटवन कर धान की खेती तो कर रहे थे, लेकिन तेज धूप के कारण खेतों में दरार पड. जा रही थी. रोपे गये धान की फसल सूख रही थी. रोज सिंचाई करने के बाद भी कुछ देर के बाद खेतों से नमी गायब हो रही थी. किसान काफी चिंतित थे, लेकिन बारिश ने उनके चेहरे पर मुस्कान ला दी. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अगर इसी तरह की बारिश चार-पांच दिन भी हो गयी तो धान की फसल लग जायेगी और उसमें से नये पौधे भी निकलेंगे. अगर बारिश नहीं हुई तो धान रोपनी पर बहुत बुरा असर पड़ेगा़. लगी फसल भी बर्बाद हो जायेगी. —– अगले तीन दिनों तक रुक-रुक कर होगी बारिश गुरुवार को सुबह और रात में बारिश होने पर लोगों ने राहत की सांस ली. पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी की मार झेल रहे लोगों को बारिश की बूंदों ने गर्मी से राहत दी. बारिश होने से मौसम भी सुहाना हो गया. कई लोगों ने छत पर जाकर बारिश का मजा लिया तो बच्चे घर के बाहर बारिश में भीग कर उत्साहित रहे. मौसम वैज्ञानिक अब्दुल सत्तार ने कहा कि तीन दिनों तक बारिश लगातार नहीं होगी, लेकिन रुक-रुक कर होती रहेगी. इससे किसानों को फायदा होगा. साथ ही गर्मी और उमस से भी राहत मिलेगी. बारिश होने से शहर का प्रदूषण लेवल भी कम होगा. ——— बारिश होते ही कट गयी कई इलाकों की बिजली तेज हवा के साथ बारिश होने के साथ ही शहर के कई इलाकों की बिजली गुल हो गयी. चंदवारा और एमआइटी फीडर से जुड़े इलाकों में फेज उड़ने की समस्या भी आयी न्यू एरिया, सिकंदरपुर में शाम छह बजे बिजली कटी तो रात्रि दस बजे आयी. इस इलाके में करीब चार घंटे तक बिजली कटी रही. ऐसा ही हाल शहर के अन्य इलाकों का था़ तेज हवा के कारण पोल से कई कनेक्शन ढीला पड़ गया. जिसके कारण भी लोगों को अंधेरे में रहना पड़ा
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है