जनक बाबू के अधूरे कार्यों को पूरा करना ही सच्ची श्रद्धांजलि
जनक सेवायतन की ओर से सोमवार को मीनापुर के प्रथम विधायक व स्वतंत्रता सेनानी स्व. जनक सिंह की 110वीं जयंती मनायी गयी. अध्यक्षता प्रेमचंद सिंह ने की़
मीनापुर के प्रथम विधायक जनक सिंह की 110 वीं जयंती मनी वक्ताओं ने कहा-सहाकारिता आंदोलन के अग्रदूत थे जनक बाबू उनके बताये रास्ते पर चलने का लिया संकल्प प्रतिनिधि, मीनापुर जनक सेवायतन की ओर से सोमवार को मीनापुर के प्रथम विधायक व स्वतंत्रता सेनानी स्व. जनक सिंह की 110वीं जयंती मनायी गयी. अध्यक्षता प्रेमचंद सिंह ने की़ संचालन मोहन सिंह ने किया. मुख्य अतिथि बेलसंड के पूर्व विधायक राणा रंधीर सिंह चौहान ने कहा कि जनक बाबू अपना सारा जीवन जनसेवा में समर्पित कर दिये. जनक बाबू सहकारिता आंदोलन के अग्रदूत ही नहीं, वह सच्चे स्वतंत्रता सेनानी थे. उन्होंने समाज को गोलबंद कर विकास की जो लकीर खीची, उसे आगे बढ़ाने की जरूरत है. जनक बाबू के समय कर्म एवं कर्मयोगी को राजनीति में प्राथमिकता मिलती थी. वे जात के नहीं जमात के लोग थे. वे विधायक रहते जन कल्याण की बातें सदन में उठाते थे. हमें जनक बाबू की विचारधारा को आगे बढ़ाने की जरूरत है. हमें उनके पदचिह्नों पर चलने की जरूरत है. वह लोकतंत्रीय शासन प्रणाली के सजग प्रहरी थे. उनका राजनीतिक जीवन आदर्श था. पूर्व प्राचार्य अरुण कुमार सिंह ने कहा कि 80 के दशक में सहकारिता आंदोलन में नवल व जनक की चर्चा होती थी. राजनीतिक में सुचिता का अभाव हो गया है. मौके पर भाजपा नेता अजय कुमार, मुख्य पार्षद पूनम देवी, अरुणेंद्र सिंह, सदरूल खान, जगदीश गुप्ता, राजकिशोर राय, लोजपा पारस गुट के जिलाध्यक्ष अजय सिंह, गांधीवादी विचारक लक्ष्मणदेव, विरेंद्र राय, मणिशंकर शाही, राजाराम राय, प्रकाश सिंह, शिवचंद्र प्रसाद, मृत्युंजय शाही, संजय कुमार सिंह, रामप्रवेश ठाकुऱ भरत सिंह, सच्चिदानंद कुशवाहा ने संबोधित किया. धन्यवाद ज्ञापन महामंत्री अरुणेंद्र कुमार सिंह ने किया.
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