दरभंगा : दरभंगा के इस बाढ़ग्रस्त आंगनबाड़ी केंद्र में 15 अगस्त के मौके पर हर साल की तरह इस साल भी ध्वजारोहण का कार्यक्रम हुआ. पूरा इलाका बाढ़ की पानी में डूबा हुआ है. ऐसे में बिहार के दरभंगा जिले के बिरौल प्रखण्ड के बिरौल पंचायत के लांक फैरदा टोल के आंगनवाड़ी केंद्र में इस बार ध्वजारोहन को लेकर काफी समस्या थी.
आंगनबाड़ी सेविका ने हर हाल में तिरंगा लहराने का फैसला किया. चार फुट से अधिक जल जमाव के बावजूद खंभे गाड़े गये. छाती भर पानी में आकर आंगनबाड़ी सेविका ने ध्वजारोहण किया.
सोशल मीडिया पर जारी तस्वीर काफी लोग शेयर कर रहे हैं. आंगनबाड़ी सेविका की देशभक्ति को सलाम कर रहे हैं. अपने कामेंट में लोग लिख रहे हैं कि तिरंगा हमेशा किसी किले की प्राचीर से नहीं फहराया जाता है. कई दफा कमर तक और गले तक बाढ़ के पानी में भी घुस कर फहराया जाता है.
उल्लेखनीय है कि इस बार उत्तर बिहार के बड़े इलाके में बाढ़ के कारण कई सरकारी स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में बाढ़ का पान भरा हुआ है. ऐसे में लोगों के लिए 15 अगस्त के मौके पर ध्वजारोहन करना काफी मुश्किल भरा काम रहा. अधिकतर ऐसे जगहों पर लोगों ने घुटने भर से लेकर गले तक पानी में खड़े होकर तिरंगा लहराने का काम किया है.
posted by ashish jha