बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए संवेदनशील होकर करें प्रयास : डीएम
बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए संवेदनशील होकर करें प्रयास : डीएम
मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने डायरिया की रोकथाम हेतु डोर टू डोर कैंपेनिंग कर अभियान को सफल बनाने का सख्त निर्देश दिया है. विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर अधिकारियों को राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी गाइडलाइन और माइक्रो प्लान के अनुरूप पूरी जवाबदेही के साथ काम करने की नसीहत दी. कहा, अभियान का उद्देश्य है कि जिले में डायरिया से एक भी बच्चे की मौत ना हो. सभी आशा और आंगनबाड़ी सेविका को अपने पोषक क्षेत्र में 0 से 5 साल तक के बच्चों वाले घरों में भ्रमण कर डायरिया से ग्रसित बच्चों को चिन्हित करने और ओआरएस एवं जिंक टेबलेट का नियमानुकूल वितरण करें. साथ ही ओआरएस बनाने की विधि तथा जिंक टेबलेट के उपयोग के बारे में बताने को कहा. सभी पीएचसी, एपीएचसी, आंगनबाड़ी केंद्र पर ओआरएस जिंक कॉर्नर स्थापित करने को कहा. सभी एएनएम जिंक और ओ आर एस के उपयोग, हाथ धोने के तरीकों एवं खुले में शौच करने से होने वाले नुकसान के बारे में घर-घर भ्रमण कर लोगों को जागरूक करेगी. सिविल सर्जन, डीपीएम, डीआइओ, यूनिसेफ पिरामल और डब्लू एचओ के पदाधिकारी भी इस कार्यक्रम का गहन पर्यवेक्षण करेंगे. जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत कार्यशाला का आयोजन करना, प्रशिक्षण देना, पोस्टर, बैनर ,होर्डिंग लगाना, लीफलेट वितरण करना आदि शामिल है. हाथ धोने के तरीका से लेकर घर आंगन व गलियों की साफ-सफाई पर ध्यान देने व स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा स्वास्थ्य केंद्रों पर विभिन्न डिजाइन के आकर्षक पोस्टर लगाए जाएंगे. सभी सीडीपीओ अपने-अपने क्षेत्र में बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की शुद्धता तथा पेयजल की शुद्धता तथा केंद्र की साफ सफाई की नियमित मॉनिटरिंग करेंगी. इस कार्य की जिला स्तर पर मॉनिटरिंग की जवाबदेही डीपीओ आईसीडीएस को दिया गया है. जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को संवेदनशील होकर बच्चों के हित में समन्वित प्रयास करने की बात कही. बैठक में सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार, एसीएमओ डॉ सतीश कुमार, अपर समाहर्ता आपदा मनोज कुमार, यूनिसेफ एसएमसी श्री शशिकांत सिंह सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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