मीडिल स्कूल में दो बच्चे बेहोश, प्राइमरी में एक की तबीयत बिगड़ी

भीषण गर्मी के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त है़ वहीं स्कूल खुले होने से बच्चों की जान पर बन आयी है. सोमवार को मध्य विद्यालय सुंदरपुर रतवारा में दो बच्चे बेहोश गये.

By Prabhat Khabar News Desk | May 27, 2024 9:50 PM

भीषण गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा असर विद्यालय में प्राथमिक उपचार कर बच्चों को भेजा गया घर प्रतिनिधि, बंदरा भीषण गर्मी के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त है़ वहीं स्कूल खुले होने से बच्चों की जान पर बन आयी है. सोमवार को मध्य विद्यालय सुंदरपुर रतवारा में दो बच्चे बेहोश गये. वहीं प्राथमिक विद्यालय मोहनपुर में एक छात्रा की तबीयत खराब हो गयी. शिक्षकों द्वारा सभी को प्राथमिक उपचार करके घर भेज दिया गया. इस दौरान विद्यालय में अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. मध्य विद्यालय सुंदरपुर रतवारा की आठवीं की छात्रा गायत्री कुमारी करीब 9.30 बजे में अत्यधिक गर्मी के कारण क्लास रूम में ही बेहोश हो गयी. पहले उसे उल्टी हुई और चक्कर खाकर गिर गयी. उसी समय वर्ग छह के धीरज कुमार भी बेहोश हो गया. एचएम मुकेश कुमार ने बताया कि अत्यधिक गर्मी की वजह से दोनों बच्चे बेहोश हो गये हैं. पानी का छींटा मारकर उन्हें होश में लाया गया और ओआरएस पिलाने के बाद स्थिति सामान्य होने पर दोनों को घर भेज दिया गया. लोहे का वर्ग कक्ष बनाने से मारता है झड़क एचएम ने बताया कि जगह के अभाव में पुराने भवन की छत पर लोहे का स्ट्रक्चर बनाकर वर्ग कक्ष बनाया गया है, जिसमें पंखा चलने के बावजूद झड़क मारता है. बच्चों के बेहोश होने की सूचना बीइओ को दी गयी है. उधर, प्राथमिक विद्यालय मोहनपुर में दूसरी कक्षा की छात्रा स्मिता कुमारी बेहोश हो गयी. शिक्षक मो इसरार ने बताया कि खाना खाने के दौरान उसने तबीयत ठीक नहीं होने की बात बतायी. तब उसे खाना खाने से रोककर उसके सिर पर ठंडा तेल मालिश किया गया. स्थिति सामान्य होने पर उसे घर भेज दिया गया. बच्चे खाली पेट न स्कूल जाएं और न ही घर पर रहें : डॉक्टर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नौशाद अहमद ने धूप से बचने की सलाह देते हुए बताया कि बच्चे खाली पेट न तो स्कूल जाएं और न ही घर पर रहें. बार-बार पानी पीएं. नहा कर रहें. यदि कमजोरी या चक्कर आना महसूस हो तो ओआरएस पीएं. नींबू, चीनी और नमक का घोल बनाकर पीना भी लाभदायक है. लू से बचाव के लिए आम को आग में पकाकर उसका शिकंजी बनाकर पीना लाभदायक होता है.

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