सदर अस्पताल में पर्ची काउंटर दो और बढ़ा तो दिये गये, लेकिन उसे एक ही जगह खोला गया हैं. आलम यह है कि एक ही जगह मरीजों की भीड़ इतनी अधिक हो जा रही है कि मरीज आपस में ही उलझ जा रहे हैं. शनिवार को एक ओर जहां पर्ची कटाने के लिए मरीज व गार्ड के बीच बकझक हुई तो वहीं दूसरी ओर दवा लेने के लिए महिला मरीज उलझ गयी. पर्ची काउंटर व दवा काउंटर पर मरीज एक-दूसरे से मारपीट करने पर उतारू हो गये. इस बीच ओपीडी में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. मरीज बरामदे से नीचे उतर गये. हंगामा देखकर पूछताछ काउंटर पर खड़ी एएनएम ने दोनों महिलाओं को समझा कर शांत कराया. हालांकि इस दौरान करीब आधे घंटे तक दवा काउंटर पर दवा नहीं बंट सकी. इधर, पर्ची काउंटर पर गार्ड की ओर से कतार में लगकर पर्ची कटाने की बात कहने पर मरीज उलझ गये. मरीज को कहना था कि गार्ड के कारण ही बीच में से कतार में घुसकर मरीज पर्ची कटा लेते हैं. इस कारण लाइन लंबी होती जाती है और जो जहां है वहीं खड़ा रह जाता हैं. अनामिका देवी दवा लेने के लिये लाइन में लगी थी. इसी बीच सादपुरा की रहने वाली रेहाना खातून इमरजेंसी की बात कह दवा का पुर्जा काउंटर के अंदर दे दी. जिसके बाद पहले से लाइन में लगी अनामिका ने विरोध किया. इसी बीत पर दोनों उलझ गयी. रेहाना खातून का कहना था कि उसका बच्चा इमरजेंसी में इलाज कराने आया है, जिसके बाद डॉक्टर ने दवा तुरंत खिलाने की बात कही हैं. इधर अनामिका ने कहा कि वह आधे घंटे से इस काउंटर पर दवा लेने के लिए खड़ी हैं. ऐसे में हर किसी को इमरजेंसी रहती हैं. हालांकि इस दौरान अन्य मरीज जो दवा लेने के लिए कतार में लगे थे, उन्होंने भी विरोध जताना शुरू कर दिया. हालांकि गार्ड के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और दवा का वितरण शुरू हुआ.
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