पूर्वी चंपारण में रिश्तेदार के यहां से बाइक से बारात जा रहे थे पिता-पुत्र व एक रिश्तेदार मजदूरी कर परिवार चलाता था जितेंद्र, पुत्र अभिजीत पटना में जीवन मौत से जूझ रहा बाइक से रिश्तेदार के यहां से एक ही बाइक से बारात जा रहे थे तीन लोग नंदकिशोर की चार बच्चियां है अविवाहित, मजदूरी कर परिवार चलाता था जितेंद्र प्रतिनिधि, मोतीपुर थाना क्षेत्र के महवल गांव निवासी नंदकिशोर प्रसाद कुशवाहा और जितेंद्र भगत के शव पोस्टमार्टम के बाद रविवार को गांव महवल लाया गया. शव पहुंचते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. गांव का माहौल गमगीन हो गया. दोनों शव एक साथ गांव पहुंचते ही दरवाजे पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गयी. बताया गया कि नंदकिशोर प्रसाद कुशवाहा, जितेंद्र भगत एवं जितेंद्र भगत के छह वर्षीय पुत्र अभिजित कुमार तीनों एक ही बाइक से पूर्वी चंपारण जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव स्थित अपने रिश्तेदार के यहां से चकिया थाना क्षेत्र के शीतलपुर बारात जा रहे थे. इसी बीच पिपरा गांव के समीप एनएच-27 पर पीछे से तेज रफ्तार में आ रहे डंपर ने उन्हें ठोकर मार दी, जिससे घटनास्थल पर ही नंदकिशोर प्रसाद कुशवाहा व जितेंद्र भगत की मौत हो गयी. वहीं जितेंद्र के पुत्र अभिजीत कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया. मृत नंद किशोर भगत अंगनबाडी केन्द्र संख्या 214 की सेविका सुषमा कुमारी के पति थे. अभिजीत पटना के एक निजी अस्पताल में इलाजरत है, जहां उसकी स्थिति चिंतजानक बनी हुई है. नंदकिशोर प्रसाद कुशवाहा को छह पुत्री है, जिनमें से चार अभी अविवाहित है. वहीं जख्मी पुत्र अभिजीत के अलावा एक और पुत्र है. जितेन्द्र मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था, जबकि नंदकिशोर भगत के जीवन का आधार कृषि था. रविवार की देर शाम परिजनों ने गमगीन माहौल में शवों का अंतिम संस्कार कर दिया. घटना की सूचना पर पहुंचे भाजपा नेता अरविंद कुमार सिंह उर्फ लल्लू सिंह एवं सामाजिक कार्यकर्ता प्रह्लाद कुमार कुशवाहा ने परिजनों से मिलकर सांत्वना दी.
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