मुशहरी़ संयुक्त किसान मोर्चा के अखिल भारतीय आह्वान पर सोमवार को प्रखंड मुख्यालय चौक पर केंद्र सरकार द्वारा वापस लिये गये तीन काले कानून को फिर से राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति के रूप में लाने का विरोध किया गया़ इस दौरान प्रतिवाद मार्च निकाला गया एवं विपणन नीति की प्रति जलायी गयी. वक्ताओं ने कहा कि एक साल चले किसानों के आंदोलन और सात सौ से अधिक किसानों की शहादत के बाद केंद्र सरकार को तीनों कृषि से संबंधित काले कानून को वापस लेना पड़ा था. अब फिर उसी कानून को नयी राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति के रूप में लायी है, जो किसान, मजदूर और देश विरोधी है. फिर से देश के किसान केंद्र के किसान विरोधी मंसूबों को झुकने पर मजबूर कर देगा. इसलिए केंद्र अविलंब राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति को वापस ले, जेल में बंद किसानों को अविलंब रिहा करे. वक्ताओं ने किसानों-मजदूरों-युवाओं सहित अन्य लोगों से आह्वान किया कि 26 जनवरी 2025 को आयोजित किसान ट्रैक्टर मार्च मुजफ्फरपुर जिले में होगा. उसमें बड़ी संख्या में शामिल होकर किसान आंदोलन को मजबूत करें. अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के राज किशोर राम, इलियास, इस्माइल, शिव शंकर सिंह, एएकेकेएमएस के नवीन शाही, एआइएमकेएस के राजू शाह, कमल राम, गंगा शाह, भाकपा माले के परशुराम पाठक आदि ने संबोधित किया.
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