शिक्षकों के निर्देशन में स्टूडेंट्स तैयार करेंगे इनोवेटिव प्रोजेक्ट, सीड मनी से होंगे विकसितमुजफ्फरपुर. बीआरएबीयू ने पीजी विभागाें को रिसर्च सेंटर व बिजनेस हब के रूप में विकसित करने की दिशा में कवायद तेज कर दी है. पीजी विभागों में रिसर्च होगी. शिक्षक, छात्र-छात्राएं और रिसर्च स्कॉलर इनोवेटिव आइडियाज पर कार्य करेंगे. बाजार की जरूरतों पर आधारित प्रोजेक्ट को विकसित करने के लिए विवि सीड मनी देगा. विवि में पहली बार इस पैटर्न को प्रभावी बनाया जा रहा है. इससे पहले पटना वीमेंस काॅलेज में इसे लागू किया जा चुका है. कुलसचिव प्रो अपराजिता कृष्णा ने इसका प्रस्ताव रखा था. इसपर स्वीकृति देते हुए कुलपति प्रो डीसी राय ने इनक्यूबेशन-इनोवेशन – बिजनेस लैब कमेटी का गठन किया गया था. डीएसडब्ल्यू डाॅ आलोक प्रताप सिंह को इसका अध्यक्ष बनाया गया. बुधवार को सेल की बैठक में अहम फैसले लिए गये. कहा गया कि विवि में नव प्रवर्तन के लिए योजनाएं तैयार की जाएंगी.
ट्रायल सफल होने पर आइडिया होगा पेटेंट :
विवि ने इनोवेटिव आइडिया पर कार्य करने और उसका ट्रायल सफल होने पर उसे पेटेंट कराने का प्रस्ताव तैयार किया है. कहा गया है कि यदि ऐसा कोई आइडिया या प्रोजेक्ट तैयार होता है जो उपयोगी है, तो उसे पेटेंट कराया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है