मड़वन अंचल कार्यालय पर धरना के दौरान हंगामा

मड़वन अंचल कार्यालय पर धरना के दौरान हंगामा

By Prabhat Khabar News Desk | June 21, 2024 1:37 AM

:: मड़वन अंचल कार्यालय में कर्मचारियों से अभद्रता पूर्ण व्यवहार कर धक्का-मुक्की का लगाया आरोप प्रतिनिधि, मड़वन प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर गुरुवार को विभिन्न मांगों को लेकर जिला पार्षद आसिफ इकबाल की अध्यक्षता में एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया. धरना प्रदर्शन के दौरान अंचल कार्यालय में कुछ समर्थकों ने कार्यालय कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार व बदसूलकी भी की. इस दौरान कुछ देर के लिए जम कर हंगामा भी हुआ. इसको लेकर सीआइ गंगा लाल बैठा सहित कुछ कर्मचारी के साथ कहासुनी भी हो गयी. धरना में शामिल लोगों ने एक पांच सूत्री मांग पत्र सीओ के नाम सीआइ को सौंप तुरंत कार्रवाई की मांग की. पांच सूत्री मांगों में दाखिल-खारिज, जमाबंदी, खाता-खेसरा आदि में सुधार के नाम पर उपभोक्ता को परेशान नहीं करने, बिना सूचना के दाखिल-खारिज आवेदन रद्द नहीं करने, सप्ताह में कम से कम तीन दिन अलग-अलग पंचायत के गांव में जनता के समस्या का समाधान के लिए शिविर लगाये जाने आदि मांग थी. धरना सभा का संचालन क्षेत्र संख्या-22 के जिला पार्षद कुंदन कुमार व धन्यवाद ज्ञापन मो.नजरे आलम ने किया. धरना सभा में इंद्रजीत सहनी, अध्यक्ष मो. नौशाद, कुंदन शांडिल्य, मो. अखलाक, रमेश राम, मो. जाहिद, अमरेश कुमार ₹, मो. बिलाल, राजू राय, ई.मोईन, राकेश साह, रेखा देवी, सहित शामिल थे. जबरन दाखिल खारिज का बनाते है दबाव सीओ ममता कुमारी ने बताया कि जिप सदस्य जबरदस्ती गलत तरीके से दाखिल-खारिज व अन्य काम करने का दबाव बनाते हैं. नियमानुकूल काम नहीं होने पर अभद्र तरीके से बात करके डराया-धमकाया जाता है. सीओ ने बताया कि करीब 60 साल पुराना एक जमीन का केवाला है. उसके दाखिल-खारिज के लिए आवेदन दिया गया था. जांच के दौरान राजस्व अभिलेख में उक्त जमीन का कोई ट्रेस नहीं मिल पाया. सीओ ने बताया कि जिप सदस्य ने केवाला के अलावा कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया. इस कारण आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया. सीओ ने आरोप लगाया कि पिछले तीन महीने से अनावश्यक काम करवाने का दबाव बनाया जा रहा है. इसका सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध है. सीओ ने कहा कि निजी मामले व हित को लेकर आम लोगों को भड़का कर धरना दिया गया है. सीआइ से मांगी गयी रिपोर्ट सीओ ने बताया कि परिसर में धरना शांतिपूर्ण तरीके से करने की अनुमति दी गयी थी जबकि लाउडस्पीकर व टेंट का अनाधिकृत रूप से प्रयोग किया गया है. सीओ ने बताया कि सीआइ से पूरे मामले को लेकर रिपोर्ट मांगी गयी है. सीओ कार्यालय में दुर्व्यवहार करने की सूचना पुलिस को दी गयी. करजा पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उसके पहले जिप सदस्य व उनके समर्थक वहां से फरार हो गये थे.

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