कर रही थी योग, भूकंप के झटके से पीछे गिर पड़ी

कर रही थी योग, भूकंप के झटके से पीछे गिर पड़ी

By Prabhat Khabar News Desk | January 7, 2025 7:42 PM

-मंगलवार सुबह आये भूकंप से डर गयीं नयी बाजार की सुमित्रा

-सुनायी आपबीती, नींद में थे तभी लगा कोई बेड हिला रहा है-लोग बोले-सुबह में हिल गयी आलमारी, चीजें हुईं उथल-पुतल

-झटके लगे तो बिना ऊनी कपड़ों के ही बाहर निकल आये लोग

मुजफ्फरपुर.

सुबह आदतन योग कर रही थी. अचानक महसूस हुआ कि मैं पीछे की तरफ गिर रही हूं.कुछ पल तो मुझे कुछ समझ में ही नहीं आया. जब बाहर चिल्लाने की आवाज सुनीं तो पता लगा कि भूकंप आया है. मैं भी बच्चों को लेकर बाहर भाग गयी. यह आपबीती है, नयी बाजार की सुमित्रा देवी की. मंगलवार सुबह 6.30 बजे आये भूकंप ने लोगों का हतप्रभ कर दिया. देर से सोकर उठने वाले लोग भी भूकंप के झटके के बाद जग गये और बाहर भाग आये. सुबह का ऐसा समय था, जब लोग अपने घरों में एक्सरसाइज कर रहे थे और कुछ महिलाएं चाय बना रहीं थीं.

झटका महसूस हुआ तो लोग बिना ऊनी कपड़ों के ही घर के बाहर निकल आये. कड़ाके की ठंड में भी लोग काफी देर तक बाहर ही खड़े थे. कुछ लोगों को लगा कि उन्हें चक्कर आ रहा है, बाद में पता चला कि यह भूकंप है. दिन भर भूकंप की आशंका बनी रही. कई घरों के किरायेदार अपने कमरे से निकल कर बाहर बरामदे में जमा हो गये, लेकिन घर का मुख्य दरवाजा बंद होने के कारण वे चिल्लाने लगे. घर के मालिक को पता ही नहीं था कि भूकंप आया है. वह रोज की तरफ रात में मुख्य दरवाजा बंद कर सो गये थे. इस दौरान किरायेदार बाहर निकलने के लिए बेचैन रहे.

सुबह ब्रश कर रहा था तो चक्कर महसूस हुआ

सुबह में उठ कर ब्रश कर रहा था तो चक्कर महसूस हुआ. मुझे लगा कि यॅूं ही हो गया होगा. इसी बीच घर के बाहर लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनीं. बाहर निकलने पर पता चला कि भूकंप आया था. हम सभी लोग कुछ देर तक घर के बरामदे में ही रहे. उसके बाद फिर ड्यूटी के लिए तैयार होने लगा. –

अरुण कुमार,

एसडीओ, बीएसएनएल

जगा तो लोगों के चिल्लाने की आवाजें सुनीं

सुबह जगने के साथ ही लोगों के चिल्लाने की आवाजें सुनीं. पहले तो समझ में नहीं आया कि क्या हुआ है. जब बाहर निकली तो पता चला कि भूंकप आया था. फिर हम सभी कुछ देर तक बाहर ही रहे. सात साल पहले वाला भूकंप याद आ गया. दिन भर भूकंप को लेकर आशंका बनी रही. –

शोभा कुमारी,

एएनएमकिचन में टंगा चम्मच हिलने से समझ में आया कि यह भूकंप है. सुबह चाय बना रही थी. बर्तन स्टैंड में टंगा चम्मच अचानक हिलने लगा.पहले समझ में नहीं आया.फिर लगा कि कहीं भूकंप तो नहीं आया.सभी लोग घर से बाहर निकल गये. मेरा अंदाजा सही था. बाहर भी कई लोग अपने घरों से निकल कर खड़े थे. सुबह भूकंप के झटके ने पूरे दिन दहशत में रखा.-

सुनीता देवी

, गृहिणी

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version