सदर अस्पताल के आसपास जलजमाव, वार्ड में मच्छरों का डेरा

सदर अस्पताल के आसपास जलजमाव, वार्ड में मच्छरों का डेरा

By Prabhat Khabar News Desk | September 19, 2024 7:42 PM

मुजफ्फरपुर.

सदर अस्पताल में डेंगू के कई मरीज भर्ती हैं और इसी अस्पताल परिसर के आसपास जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. जिसके चलते मच्छरों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. मरीज व उसके परिजन को कहीं डेंगू ना हो जाय, इसका डर सताने लगा है. पुरुष सर्जिकल व आइ वार्ड के पास जमा पानी में मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है. जमा पानी में ही मच्छरों का डेरा लगा रहता है. वहीं अस्पताल में मच्छर भगाने के लिए एंटी लार्वा टेमीफोस का छिड़काव एवं साफ- सफाई भी नहीं हो रही है. मच्छरदानी नहीं होने से अन्य मरीज व परिजन को डेंगू जैसे बीमारी का डर सताने लगा है. डॉक्टरों की मानें तो मानसून के समय जमे पानी व कचरे में डेंगू व चिकनगुनिया उत्पन्न करने वाले मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जो लोगों को बीमार करने के साथ उनकी जान भी ले सकता है. इस बीमारी से बचाव के लिए सभी जगहों पर बैनर व पोस्टर लगाकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन सदर में बीमारी से बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं है. भर्ती मरीज के लिए मच्छरदानी की व्यवस्था नहीं, अस्पताल में टेमीफोस छिड़काव नहीं हो रहा है, वार्ड के आसपास कूड़ा-कचड़ा डंप किये जा रहे हैं.

यहां रात भर जगकर बिताते हैं रात

वार्ड के आस-पास जमा व बजबजाते गंदे पानी व कीड़े मच्छर होने से अस्पताल में भर्ती मरीज को बीमारी का डर सता रहा है. सदर में इलाज के लिए भर्ती मरीज किशोर कुमार ने बताया कचरा जमा होने से वार्ड में रात के समय मच्छरों का राज हो जाता है. मच्छरदानी नहीं मिलने के कारण पूरी रात जागकर गुजारना पड़ता है. उन्होंने बताया जब किसी कर्मी से परेशानी सुनाकर मच्छरदानी मांगी जाती है तो उनका कहना होता है कि यह अस्पताल है, तुम्हारा घर नहीं जो सभी सुविधा मिलेंगी.

मच्छर परेशान करते हैं

राजेश ने कहा अस्पताल प्रशासन के नाक के नीचे परिसर में ही कचरा जमा हो रहा है. कचरे के कारण पूरी रात मच्छर परेशान करते हैं. ब्लिचिंग पाउडर व चूना का तुरंत-तुरंत छिड़काव होना संभव नहीं है. सपना देवी ने बताया कि तीन दिनों से सदर अस्पताल में पूरी रात मच्छरों से परेशान हूं. घर दूर होने से मच्छरदानी भी नहीं ला सकी. वार्ड के आसपास साफ-सफाई बेहद जरूरी है.

क्या कहते हैं सीएस-

अस्पताल के पीछे उगी झाड़ व कचरा को साफ कराया जायेगा. जमे पानी को भी साफ कराया जायेगा. हर दिन ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जायेगा.साफ-सफाई भी नियमित रूप से करने के निर्देश देंगे.-डॉ अजय कुमार, सिविल सर्जन

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