Muzaffarpur Weather News: मुजफ्फरपुर में झुलसाने वाली गर्मी के साथ बुधवार की सुबह से शाम तक हॉट डे की स्थिति बनी रही. हालात यह है कि लोग घरों व प्रतिष्ठानों में कैद हो गये है, शाम होने के बाद जब उमस भरी गर्मी में कुछ कमी हुई तो लोगों ने जरूरी काम के लिए घर से बाहर कदम निकाला. दोपहर के समय शहर के अधिकांश चौराहों पर सन्नाटा की स्थिति बनी हुई थी. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के तहत अभी दो दिन और हीट वेव के साथ हॉट डे की स्थिति बनी रहेगी.
मौसम विभाग के रिकॉर्ड के तहत अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जाे सामान्य से 2.4 डिग्री अधिक रहा. वहीं न्यूनतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस रहा. हालांकि इस अवधि में 38 से 42 डिग्री तक पारा जाने की संभावना जतायी गयी है. साथ ही 15 से 16 जून के आसपास मॉनसून सक्रिय होने की जानकारी दी गयी है. दूसरी ओर तेज गर्मी के बीच बदतर बिजली व्यवस्था ने भी लोगों को मुश्किलों में डाल दिया. लोग मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे है.
ओपीडी में आये थे इलाज कराने, करना पड़ा भर्ती
वरीय संवाददाता मुजफ्फरपुर. तापमान बढा तो लोग बेहोश होने लगे हैं. गर्मी को झेल नहीं पा रहे हैं. आलम यह है कि अब लोग सडक पर नहीं इलाज कराने जाने वाले अस्पताल में ही बेहोश होकर गिर रहे हैं. बुधवार को एक बार फिर सदर अस्पताल के एमसीएच और जनरल ओपीडी में दो मरीज बेहोश होकर गिर गये. दोनो ओपीडी में इलाज कराने आये थे, जहां से उनको वार्ड में भर्ती किया गया.
मनियारी के माला कुमारी और सुरेश कुमार मालीघाट के बताये गये हैं. माला कुमारी एमसीएच में महिला चिकित्सक से दिखाने आयी थी. जबकि सुरेश कुमार ओपीडी में मेडिसिन विभाग में इलाज कराने आये थे. दिन के करीब दो बजे के उन दोनो को होश आने के बाद उनके परिजन उन्हें अपने घर लेकर गये.
जानकारी के अनुसार बुधवार को ओपीडी और एमसीएच में अधिक भीड़ थी. एमसीएच में अधिक भीड़ होने के कारण गर्भवती महिलाएं और अन्य महिलाएं चिकित्सक से दिखाने के लिये लाइन में लगी थी. इसी बीच माला कुमारी नामक महिला अचानक बेहोश होकर गिर गयी. बेहोश होकर महिला के गिरने के बाद लाइन में लगी अन्य महिला उसे उठाने में जुट गयी. ऐसे में महिला चिकित्सक को इसकी सूचना दी गयी और उसे वार्ड में भर्ती किया गया. जहां उसका इलाज शुरू किया गया.
इधर ओपीडी में मेडिसिन का इलाज कराने आये सुरेश कुमार को अचानक चक्कर आने लगा. वह नीचे फर्श पर बैठ गये. कुछ ही देर बाद वह फर्श पर ही लुढ़क गये. मरीज के लुढकते ही मरीजों के बीच अफरा तफरी मच गयी. सुरेश कुमार को उठा कर बेड पर लिटाया गया और इलाज शुरू किया गया. होश में आने पर बताया कि गर्मी से उसे चक्कर आ गया और वह बेहोश हो गये.