ट्रेन में ब्लास्ट की सूचना मिलने पर पहले कौन पहुंचा
Who reached first on spot
साेनपुर मंडल में जांच के लिए गठित 5 अधिकारियों की टीम ने घटना के बारे में लिया जायेजा
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरगाड़ी संख्या-19051 श्रमिक एक्सप्रेस में सिलेंडर ब्लास्ट की घटना को लेकर सोनपुर मंडल की ओर से जांच शुरू कर दी गयी है. गुरुवार को गठित जांच समिति में शामिल 5 अधिकारियों की टीम ने मुजफ्फरपुर जंक्शन के अलग-अलग विभागों से जुड़े 13 कर्मियों से पूछताछ की. जिसमें घटना के बाद पहली सूचना कहां से मिलने के साथ, कोच के पास पहुंचने पर कर्मियों ने क्या देखा, इस बारे में पूरा जायजा लिया गया. ट्रेन के जिस एस-8 कोच के शौचालय में लगी आग को बुझाने के लिये विनोद कुमार पहुंचे थे, उस समय उनके साथ आरपीएफ के सिपाही एनके सिंह भी थे. ब्लास्ट में वे बाल-बाल बच गये. इनसे अधिकारियों ने अग्निशमन यंत्र से लेकर एक-एक मूवमेंट के बारे में जानकारी हासिल की. मामले में स्टेशन अधीक्षक से भी पूछताछ हुई. दूसरी ओर इंजीनियर सेक्शन, कैरेज एंड वैगन के साथ ट्रेन के ओबीएचएस सुपरवाइजर से भी अलग-अलग टीम ने घटना के बारे में जानकारी ली. जानकारी के अनुसार इसी पूछताछ के आधार पर जांच प्रक्रिया आगे बढ़ायी जायेगी. इसके अलावे वलसाड से मुजफ्फरपुर तक चलने वाली गाड़ी के शौचालय में आग कैसे लगी. इसकी जांच वलसाड की टीम मुजफ्फरपुर पहुंच कर करेगी. बता दें कि बीते 22 अप्रैल को जंक्शन पर श्रमिक एक्सप्रेस के शौचालय में आग बुझाने के दौरान सिलेंडर ब्लास्ट होने से हवलदार विनोद कुमार की मौत हो गयी थी. जिसके बाद पूरे रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया. इस घटना के बाद सबसे अधिक अग्निशमन यंत्र के मेंटेनेंस और रख-रखाव को लेकर सवाल उठा है.
शुक्रवार को मुजफ्फरपुर जंक्शन के क्रू-लॉबी डिपार्टमेंट में अग्निशमन यंत्र को लेकर ट्रेनिंग दिया जायेगा. जिसमें सी एंड डब्लू, ट्रैफिक कॉमर्शियल, आरपीएफ ऑपरेशन, ट्रेन क्रू के स्टाफ शामिल होंगे. सोनपुर मंडल की ओर से प्रशिक्षण को लेकर अलग-अलग स्टेशनों की तिथि का निर्धारण किया गया है. बता दें कि श्रमिक एक्सप्रेस में आग बुझाने के दौरान अग्निशमन यंत्र के ब्लास्ट होने के बाद प्रशिक्षण को लेकर रेलवे प्रशासन की हलचल तेज हुई है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है