Bihar: पत्नी का प्राइवेट पार्ट जला देता था पति, IG शिवदीप लांडे के दफ्तर पहुंची महिला ने सुनायी हैवानियत की कहानी…
Bihar News: बिहार के मुजफ्फरपुर में एक महिला ने अपने पति पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं. आइजी के दफ्तर पहुंची महिला ने पति की हैवानियत के बारे में बताया.
Bihar News: बिहार में पति-पत्नी के बीच का एक ऐसा विवाद सामने आया है जिसने पुलिस को भी दंग कर दिया है. मामला मुजफ्फरपुर जिले का है जहां एक पीड़िता अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंच गयी.अपने पति पर प्राइवेट पार्ट जलाने का आरोप लगाकर महिला आइजी शिवदीप लांडे के ऑफिस पहुंच गयी. वहां पुलिसकर्मियों ने महिला को सिकंदरपुर थाने भेज दिया. जिसके बाद पुलिस ने उसकी पूरी बात सुनी. लेकिन जब बात केस दर्ज कराने की आयी तो महिला का इमोशन हावी हो गया.
IG शिवदीप लांडे के दफ्तर पहुंचा मामला
सिकंदरपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला बुधवार को आइजी कार्यालय पहुंची. वहां पुलिसकर्मियों को उसने अपनी पीड़ा बतायी. महिला ने बताया कि उसका पति उसे बुरी तरह पीटता है. उसके प्राइवेट पार्ट तक को जला दिया है. महिला की पीड़ा जानकर उसे सिकंदरपुर थाने भेजा गया. यहां पुलिस ने महिला की शिकायत को सुना और उसे केस दर्ज कराने की सलाह दी. लेकिन अपने हैवान पति के खिलाफ महिला केस करने से मना कर गयी. उसने पुलिस को कहा कि वो अपने पति पर प्राथमिकी दर्ज कराना नहीं चाहती है. वो उसके साथ रहना चाहती है.
थाने में हुआ समझौता, ससुराल वापस गयी महिला
महिला की बात सुनने के बाद लड़की के ससुराल व मायके वाले को पुलिस स्टेशन बुलवाया गया. दोनों पक्षों के बीच सुलह करवाया गया. वहीं एक बांड भी बनवाया गया और उसके बाद महिला अपने पति के साथ अपने ससुराल चली गयी. बता दें कि आइजी कार्यालय जाकर महिला ने बताया था कि करीब 13 साल पहले उसकी शादी इस लड़के से हुई थी. लेकिन बाद में पता चला कि उसका पति नशेड़ी है. अक्सर वो दहेज की डिमांड करके मारपीट करता रहता है.
मारपीट के दौरान प्राइवेट पार्ट जलाया, पीड़िता का आरोप
पीड़िता ने बताया कि वह दहेज के पैसे नहीं दिलवा पाती है तो उसके साथ मारपीट करता है. हैवानियत की सीमा को उसका पति पार कर जाता है. उसने बताया कि 30 मई को उसका पति देर शाम में नशा करके आ गया. उसके साथ मारपीट करने लगा. इस दौरान उसने पत्नी के प्राइवेट पार्ट पर भी हमला किया और उसे जला दिया. महिला ने अपनी दर्द बयां करते हुए बताया कि वो किसी तरह अपनी जान बचाकर भागी थी. मकान मालिक की मदद लेकर वह भागकर अपने मायके चली गयी थी. नगर थाने में इसकी शिकायत कराने गयी तो सिंकदरपुर थाने भेज दिया. जहां से वो इंसाफ के लिए आइजी कार्यालय पहुंची थी.