एसकेएमसीएच में तीन घंटे तक महिला का नहीं हुआ इलाज, ट्रॉली पर तड़प कर मौत

एसकेएमसीएच में तीन घंटे तक महिला का नहीं हुआ इलाज, ट्रॉली पर तड़प कर मौत

By Prabhat Khabar News Desk | July 24, 2024 1:04 AM

मुजफ्फरपुर.

एसकेएमसीएच में मंगलवार को एक महिला का लचर व्यवस्था के कारण तीन घंटे तक इलाज नहीं हुआ. उसकी ट्रॉली पर ही तड़प तड़प कर मौत हो गयी. मरीज की मौत के बाद परिजनों ने इसकी शिकायत एसकेएमसीएच अधीक्षक से भी की .मृतका की पहचान समस्तीपुर के पूसा थाने के धोबगामा निवासी यशोदा देवी के रूप में हुई. परिजनों ने बताया कि वह सड़क दुर्घटना में घायल हो गयी थी.घायल अवस्था में परिजन उसे सदर अस्पताल ले गये. वहां से उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया. मृतक के बेटा छोटू मांझी ने बताया कि 10:30 के करीब एसकेएमसीएच में लेकर आए. एसकेएमसीएच में इमरजेंसी काउंटर पर गार्ड ने ओपीडी पुर्जा काउंटर पर जाने के लिए कहा. वहां जाने के बाद पुर्जा कटाने में आधे घंटे से अधिक समय लगा. इसके बाद आर्थो 3 नंबर में आधे घंटे इंतजार के बाद डॉक्टर के पास पहुंचे.डॉक्टर ने सिर्फ एक्सरे लिख दिया. 20 मिनट इंतजार के बाद एक्सरे रूम में फोलिश लगा कर आने की बात कही. इसके बाद एक्सरे कराने में एक घंटे लग गये. —पैसे नहीं दिये को घुमाता रहा ट्रॉली मैनट्रॉली मैन पर आरोप लगाया कि 200 रुपया नहीं देने पर ट्रॉली मैन ने आधे घंटे इधर उधर घुमाया.जब डॉक्टर के पास पहुंचे तो ओपीडी बंद हो गया था. इसके बाद ट्रॉली मैन ने मरीज को बैठने के लिए लगायी गयी कुर्सी पर रख दिया. जिकरीब आधे घंटे बाद उसकी मौत हो गयी. इसकी सूचना पर एसएमओ और कंट्रोल रूम के अधिकारी भी आये. छोटू ने बताया कि एसएमओ उसे अधीक्षक के पास शिकायत करने से भी मना कर रहे थे. हालांकि, उसने इसकी शिकायत अधीक्षक से की.

—–

शव ले जाने को नहीं मिला सरकारी वाहन

छोटू ने बताया कि मरीज को भर्ती नहीं करने से उसे शव ले जाने के लिए सरकारी वाहन नहीं मिला. और पोस्टमार्टम भी नहीं हुआ, जिसके कारण मुआवजा का राशि भी नहीं मिलेगा. एसकेएमसीएच अधीक्षक प्रो. डॉ. कुमारी विभा कुमारी ने बताया कि किस कारण से मरीज को भर्ती कर इलाज नहीं किया गया इसकी जानकारी प्रबंधक से मांगी गयी है.वहीं एसएमओ और ट्रॉली मैन पर लगे आरोप की भी जांच करने का आदेश दिया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version