मुजफ्फरपुर. बिजली कंपनी की लापरवाही से उपभोक्ताओं की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है. कभी डिफरमेंट चार्ज तो कभी गलत बिल. जबकि बिजली कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाने से पहले दावा किया था कि अब गड़बड़ बिल का मामला समाप्त हो जायेगा लेकिन ऐसा अभी तक शत प्रतिशत नहीं हुआ है. अभी ताजा मामला हरिशंकर मनियारी के हरेश कुमार का है. जिनका उपभोक्ता संख्या 1201046766 है, उन्हें 52,43,327 रुपये का बिजली बिल आया है. हरेश के घर की बिजली 27 जून को काट दी गयी और वह इसके लिए बिजली कंपनी के दफ्तर का चक्कर काट रहे है. हरेश ने बताया कि जब उनकी बिजली कटी तो उन्होंने 500 रुपये का रिचार्ज किया लेकिन बिजली नहीं आयी. इसके बाद उन्होंने जब बिल निकाला तो उनके होश उड़ गये. ठीक इसी तरह सिमरा पंचायत के इनायतपुर टोला की फुला देवी का 72 लाख रुपया से अधिक का बिजली बिल बताकर लाइट काट दिया गया है. बिजली विभाग ने भले ही बिहार में प्रीपेड मीटर हर घर में लगाने का लक्ष्य बना रखा है. लेकिन इस दौरान आ रही गड़बड़ी से उपभोक्ता परेशान है. बिजली कंपनी के अधिकारी बड़े आसानी से कह देते है कि स्मार्ट मीटर का काम बाहर की एजेंसी कर रही है. गड़बड़ी में सुधार किया जायेगा, लेकिन जब बिजली कंपनी जानती कि बिलिंग में गड़बड़ी हुई है तो बिजली चालू करके भी इसमें सुधार किया जा सकता है. यह समस्या का समाधान नहीं है कि बिजली कंपनी की गलती के कारण उपभोक्ता बिना बिजली के क्यों रहे. बिजली कंपनी के अभियंता का कहना है कि एक उपभोक्ता का निदान हो गया है, दूसरे का भी तुरंत निदान हो जायेगा.
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