सौर ऊर्जा से घटा रहे बिजली बिल, 154 उपभोक्ताओं ने कराया पैनल इंस्टॉल

आप अपने घर की छत पर सौर ऊर्जा (सोलर सिस्टम) लगाकर अपना बिजली बिल 95 फीसदी तक घटा सकते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 15, 2024 9:04 PM

वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर

आप अपने घर की छत पर सौर ऊर्जा (सोलर सिस्टम) लगाकर अपना बिजली बिल 95 फीसदी तक घटा सकते हैं. बिजली बिल में बचत के लिहाज से उपभोक्ता छत पर रूफटॉप सोलर पैनल लगवा रहे हैं. इसमें सरकार की ओर से सब्सिडी का भी प्रावधान है.

सब्सिडी प्रति किलोवाट के हिसाब से अलग-अलग है, जो करीब पचास प्रतिशत है. अब तक शहर में छोटे-बड़े 154 उपभोक्ता ऐसे हैं जो इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. उपभोक्ता बिजली कंपनी की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं. सोलर पैनल के लिए 26 कंपनियां रजिस्टर्ड हैं. जिस एजेंसी का चयन करते हैं, उसके प्रतिनिधि उपभोक्ता के परिसर का निरीक्षण करते हैं. कितनी क्षमता का पैनल लगेगा, वे इसकी मंजूरी देते हैं. वे ही इसे पोर्टल पर अपलोड करते हैं. उसके बाद सहायक अभियंता तकनीकी जांच करते हैं. इसके बाद मीटरिंग के लिए उपभोक्ता व एजेंसी के साथ एकरारनामा होता है. आवेदक को राशि का 80 प्रतिशत भुगतान करने के लिए मैसेज भेजा जाता है. इसके बाद एजेंसी के बैंक एकाउंट में भुगतान होता है. एजेंसी के द्वारा सामान की आपूर्ति के बाद 20 प्रतिशत राशि का भुगतान किया जाता है. इस संबंध में शहरी वन डिवीजन के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि इसमें उपभोक्ता जो प्रति माह अपने घर में बिजली खपत करते हैं और सोलर पैनल से जो बिजली उत्पादित होती है, वह उपभोक्ता के बिजली खपत के यूनिट में एडजस्ट होती है.

निजी घर व हाउसिंग सोसाइटी में अलग-अलग सब्सिडी

उपभोक्ता के घर और हाउसिंग सोसाइटी में इसे लगवाने पर सब्सिडी का अलग-अलग प्रावधान है. इसमें उपभोक्ता 1 से 500 किलोवाट का पैनल लगवा सकते हैं. सामान्य उपभोक्ता के लिए किलोवाट के पैनल का शुल्क 70808 रुपये है. इसमें उपभोक्ता 36,099 रुपये देना है. वहीं ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी में इसका शुल्क 70808 रुपये है और उपभोक्ता को 46,779 रुपये देने होंगे. इसी तरह प्रतिकिलोवाट का शुल्क व सब्सिडी राशि अलग-अलग होगी. इसमें उपभोक्ता अपने घर पर जो पैनल लगवाते हैं उसका एक साल का एग्रीमेंट बनता है. उपभोक्ता ने एक महीने में 400 यूनिट बिजली खपत की और सोलर पैनल से 350 यूनिट का उत्पादन हुआ तो उपभोक्ता को महज 50 यूनिट का ही बिजली बिल भुगतान करना होगा.

इसी तरह सर प्लस होने पर वह उनके खाते में बैलेंस में एड होता जाता है. उपभोक्ता जितने किलोवाट का आवेदन करे, लेकिन सोलर पैनल वाली एजेंसी उनके परिसर का निरीक्षण करने के बाद बताती है कि उनके यहां कितने किलोवाट का पैनल लगाया जाना चाहिए. शहर में कई उपभोक्ताओं के अलावा अस्पताल, रेलवे स्टेशन, डाक घर सहित कई सरकारी व निजी ऑफिस में सोलर पैनल लगा हुआ है.

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