एमआइटी के 70वें स्थापना दिवस पर एलुमनाइ मीट में पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ राजभूषण चौधरी1974 बैच के पूर्ववर्ती छात्र एमआइटी परिसर में पहुंचे तो याद आया कॉलेज का दिन, हुए भावुक
मुजफ्फरपुर.
एमआइटी के 70 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बुधवार को संस्थान में भव्य समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर 1974 बैच के स्टूडेंट्स के लिए गोल्डेन और 1999 बैच के स्टूडेंट्स के लिए सिल्वर जुबली सेलिब्रेशन हुआ. दोनों बैच के अतिरिक्त संस्थान से जुड़े सैंकड़ों की संख्या में एलुमनाइ कार्यक्रम के आकर्षण के केंद्र रहे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री सह मुजफ्फरपुर के स्थानीय सांसद डाॅ राजभूषण चौधरी ने कहा कि मुजफ्फरपुर में जलजमाव बड़ी समस्या रही है. एमआइटी का सिविल इंजीनियरिंग विभाग समृद्ध रहा है. ऐसे में यहां के छात्रों और शिक्षकों को चाहिए कि वे आगे आकर इस समस्या के समाधान की दिशा में कार्य करें. उन्होंने संस्थान के स्तर से इसपर एक प्रोजेक्ट तैयार करने का आग्रह भी किया. कहा कि किसी भी समाज या देश के विकास में वहां के तकनीकी संस्थानों की अहम भूमिका होती है. एमआइटी का इतिहास समृद्ध रहा है. यहां के स्टूडेंट्स दुनिया भर में बड़े पदों को सुशोभित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एमआइटी आने वाले समय में बड़े बदलाव का साक्षी बनेगा. कॉलेज के प्राचार्य डॉ एमके झा ने अतिथियों का स्वागत किया.सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए पूर्ववर्ती छात्रों को अवार्ड :
कार्यक्रम में सात पूर्ववर्ती छात्रों काे डिस्टिंग्विश एलुमनाइ अवार्ड दिया गया. इसमें 1975 बैच के छात्र सह नेपाल में इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन के चेयरमैन पद से रिटायर्ड दिल्ली बहादुर सिंह, 1978 बैच के छात्र सह एमटीएनएल नई दिल्ली के चेयरमैन सह मैनेजिंग डायरेक्टर पद से सेवानिवृत्त सुनील कुमार, 1987 में एमआइटी की पूर्ववर्ती छात्रा और वर्तमान में यूएसए के वर्जीनिया कामनवेल्थ यूनिवर्सिटी में न्यूरोलाजिस्ट कुसुम कुमारी, एमआइटीएम के यूएसए के सेक्रेट्री कुमार अरविंद, 2012 बैच के छात्र सह फिल्म डायरेक्टर व स्क्रीन राइटर रंजन उमाकृष्णन कुमार और 1975 बैच के स्टूडेंट रहे सह वर्तमान में टेक्नोलाजी एट एंड टी मनाइपान यूएसए में डायरेक्टर शशि शेखर सिन्हा को यह अवार्ड दिया गया.1965 बैच के डॉ अरविंद ने एसो. को दिया 50 लाख डोनेशन :
एलुमनाइ मीट के दौरान पूर्ववर्ती छात्रों ने कॉलेज के दिनों को याद किया. इस दौरान वे भावुक हो गये. कार्यक्रम के दौान ही एलुमनाइ हाउस का नाम बदलकर ट्रांजिट हाउस करने के निर्णय पर सहमति बनी. 1965 बैच के पूर्ववर्ती छात्र रहे डाॅ अरविंद कुमार ने एलुमनाइ एसोसिएशन को 50 लाख रुपये का डोनेशन दिया. पूर्ववर्ती छात्रों के संगठन मिटमाइ ने इन स्टूडेंट्स को किया सम्मानित : मिटमाइ एक्सीलेंट अवार्ड फाॅर वेबसाइट डिजाइन- राहुल कुमार यादव (लेदर टेक्नोलाॅजी)मिटमाइ साइंस एंड टेक्नोलाॅजी एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड- प्रेरणा सिंह (आइटी) और शिवानी कुमारी (इलेक्ट्रिकल)कैप्टन संतोष घोष एक्सीलेंस अवार्ड इन सिविल इंजीनियरिंग – रितेंद्र बिहार गुप्तानिर्मल सिंह एक्सीलेंस अवार्ड इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग – रत्ना प्रियामिटमाइ ओवरआल एक्सीलेंस अवार्डप्रभावती अवार्ड फाॅर ओवरऑल एक्सीलेंस सेकंड रनर अप- जाॅली गर्ग और अश्विनी कुमारश्रीला प्रभुपद अवार्ड फाॅर ओवरऑल एक्सीलेंस सेकंड रनर अप- साक्षी राय और प्रेमजीत कुमारअशोक सुराना अवार्ड फाॅर ओवरऑल एक्सीलेंस फर्स्ट रनर अप- शिवानी और कृतिक कुमारसुभद्रा कृष्णा अवार्ड फाॅर ओवरऑल एक्सीलेंस- मानवी गुप्ता और आशुतोष कुमार
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