मुजफ्फरपुर. प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने मुजफ्फरपुर के बालिका गृह यौन हिंसा कांड के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर की पत्नी आशा ठाकुर की दिल्ली स्थित 1.45 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति को जब्त किया है. साथ ही इसी मामले में इडी ने 2.07 लाख रुपये का फिक्स्ड डिपोजिट भी जब्त कर लिया है, जो आदर्श महिला शिल्प कला केंद्र के नाम से है. सजायाफ्ता ब्रजेश ठाकुर इन दिनों दिल्ली के तिहाड़ जेल में है.
इडी ने एक बयान में बताया कि ब्रजेश ठाकुर की पत्नी आशा ठाकुर के नाम से दिल्ली की पालम कॉलोनी के राजनगर-एक इलाके में स्थित बहुमंजिली इमारत को मंगलवार को कब्जे में लिया गया.
पिछले साल इसे कुर्क किया गया था और इस अंतिरम आदेश पर इस साल जनवरी और फरवरी के बीच मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के निर्णय संबंधी प्राधिकार और अपीलीय न्यायाधिकरण ने मुहर लगायी.
इडी ने अक्तूबर, 2018 में बालिका गृहकांड के मुख्य अभियुक्त ब्रजेश ठाकुर, परिवार के सदस्यों एवं अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था.
बालिका गृह का संचालन करने वाली संस्था की संपत्ति पहले ही इडी ने कब्जे में ले ली है. बालिका गृह में नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद पहले मुजफ्फरपुर पुलिस और बाद में सीबीआइ ने इस मामले की जांच की.
एनजीओ की रकम से चल-अचल संपत्ति खरीदने का आरोप लगने के बाद इडी ने इसकी जांच की. अब इसपर कार्रवाई हो रही है.
इडी का कहना है कि ब्रजेश ठाकुर और अन्य ने बालिकाओं के कल्याण के लिए मिले (करीब 7.57 करोड़ रुपये) कोष/सहायता अनुदान को अन्यत्र लगाया और उसका गबन किया. इस रकम से ठाकुर और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम से बहुत चल और अचल संपत्ति खरीदी.
Posted by Ashish Jha