तैरने को तैयार एमवी गंगा विहार, पांच साल बाद पटना के लोगों को मिलेगा फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का आनंद
बिहार का पहला फ्लोटिंग रेस्टोरेंट एमवी गंगा विहार मरम्मत के बाद तैरने को तैयार है. लगभग पांच साल बाद पटना के लोग एक बार फिर इसका आनंद ले पायेंगे. सरकार ने गंगा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसे दोबारा शुरू करवाने का फैसला लिया है.
पटना. बिहार का पहला फ्लोटिंग रेस्टोरेंट एमवी गंगा विहार मरम्मत के बाद तैरने को तैयार है. लगभग पांच साल बाद पटना के लोग एक बार फिर इसका आनंद ले पायेंगे. सरकार ने गंगा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसे दोबारा शुरू करवाने का फैसला लिया है. सरकार ने इस क्रूज के रिपेयरिंग के लिए एक एजेंसी संध्या सम्राट कंस्ट्रक्शन एंड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड का चयन किया था. आईआईटी खड़गपुर के सहयोग से इसका रिपेयरिंग का काम सितंबर महीने से ही शुरू कर दिया था. अब यह फ्लोटिंग रेस्टोरेंट रिपेयरिंग के बाद पूरी तरह तैयार है.
तीन से चार छोटी जहाजें लायी जा रही है
आईआईटी खड़गपुर के इंजीनियरों के सहयोग से इस फ्लोटिंग रेस्टोरेंट को पूरी तरह रिपेयर कर दिया गया है. इस जहाज के साथ-साथ गंगा पर्यटन के लिए कोलकाता से तीन से चार छोटी जहाजें लायी जा रही है. जिसपर पर्यटक नये साल में गंगा के लहरों पर पर्यटन कर सकेंगे. जनवरी के पहले स्पताह में पटना के एनआईटी घाट पर एमभी गंगा विहार पूरी तरह रिपेयर होकर पहुंच जायेगा और जनवरी महीने में ही इसे फिर से शुरू कर दिया जाएगा. इस जहाज को लोग वेडिंग सेरिमनी और रिंग सेरेमनी समेत अन्य फंक्शन के लिए भी बुक कर सकते हैं. इन सबके लिए क्या कुछ चार्ज लिए जाएंगे आने वाले समय में बिहार पर्यटन विभाग तय करेगा.
गंगा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार ने इस फ्लोटिंग रेस्टोरेंट को 2 करोड़ रुपये में साल 2009 में खरीदा था. एमवी गंगा विहार में 75 सीटें हैं और यह बिहार का सबसे बड़ा फ्लोटिंग रेस्टोरेंट है. यह क्रूज जब बिहार आया था तब इसमें कैबिनेट की बैठक भी संपन्न हुई थी. लेकिन साल 2017 के बाद यह बंद पड़ गया और तब से अब तक यह पटना के एनआईटी घाट पर खड़ी रही. 2017 में पर्यटन विभाग ने इस सेवा को बंद कर दिया. माना जा रहा है कि इसके फिर से शुरू होने पर गंगा पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा.