गोपालगंज में नगर निकाय का चुनाव चरम पर है. प्रत्याशी अपना-अपना चुनाव चिह्न लेकर मैदान में उतर चुके हैं. सभाएं तो नहीं हो रही, लेकिन घर-घर घूमकर लोगों को अपने चुनाव चिह्न पर वोट देने का मनुहार शुरू हो गया है. इस बार के नगर निकाय चुनाव में मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद तथा पार्षद का चुनाव सीधे वोटर द्वारा किया जाना है और इस चुनाव का सबसे दिलचस्प पहलू ये है कि तीनों पदों के लिए सीधे चुनाव होने से एक ही घरों के कई प्रत्याशी अपनी-अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में उतर चुके हैं. कहीं सास-बहू, कहीं पति-पत्नी, कहीं मां-बेटा, तो कहीं चाचा-भतीजा मैदान में उतर कर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
वार्ड संख्या एक से जहां प्रभाकर कुंवर पार्षद पद से लड़ रहे हैं, वहीं उनकी पत्नी पूर्व उप चेयरमैन मंजू देवी चेयरमैन पद के लिए प्रत्याशी हैं. वार्ड दो से जितेंद्र प्रसाद वार्ड पार्षद जबकि उनकी पत्नी सीमा देवी चेयरमैन पद की दावेदारी कर रही हैं. कोटवां वार्ड पांच से सुरेश देवी पार्षद पद की उम्मीदवार है और उनके बेटे निर्भय कुमार सिंह वार्ड संख्या छह से उम्मीदवार बने हैं. वार्ड नौ में जहां नारद चौधरी पार्षद पद के लिए ताल ठोक रहे हैं, वहीं उनकी पत्नी निवर्तमान चेयरमैन चंपा देवी चेयरमैन की प्रत्याशी हैं. निवर्तमान वार्ड पार्षद देवंती देवी इस बार चेयरमैन प्रत्याशी हैं, जबकि उनके पति इंद्रसेन प्रसाद उप चेयरमैन प्रत्याशी के रूप में वोट मांग रहे हैं.
वार्ड 12 के निवर्तमान पार्षद सुरेंद्र पटवा इस बार उप चेयरमैन पद के प्रत्याशी हैं, जबकि उनकी पत्नी अंजू देवी वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ रही हैं. वार्ड 17 के निवर्तमान पार्षद रामाश्रय प्रसाद इस बार उप चेयरमैन पद पर किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि उनके भतीजे मधुकर प्रसाद वार्ड 17 से पार्षद प्रत्याशी हैं. वार्ड 19 से मनसा देवी वार्ड पार्षद के लिए प्रत्याशी हैं. जबकि उनकी सास गुलबानो देवी चेयरमैन पद के लिए चुनाव मैदान में हैं. करीब आठ परिवार के दो-दो सदस्य इस बार मैदान में अलग-अलग पदों के लिए प्रत्याशी हैं और इनकी कोशिश होगी कि दोनों पदों पर उनकी जीत हो. फिलहाल फैसला मतदाताओं के हाथ में है कि वे किसे ताज सौंपते हैं और किसे अस्वीकार करते हैं.