नालंदा. शराबकांड के बाद नालंदा की छोटी पहाड़ी पर रहनेवाले गरीबों के सामने नयी आफत आ गयी है. जहरीली शराब से मौत के बाद अब उनके बेघर होने का खतरा पैदा हो गया है. प्रशासन ने छोटी पहाड़ी पर बने सैकड़ों मकानों में से कई मकानों पर पोस्टर चिपका कर जमीन के कागजात मांगे हैं.
घरों पर पोस्टर चिपकाए जाने के विरोध में माले नेताओं ने जिला पदाधिकारी के कार्यालय का घेराव कर उग्र प्रदर्शन किया है. भारी संख्या में माले नेताओं के साथ छोटी पहाड़ी के लोग इस प्रदर्शन में शामिल हैं. प्रदर्शनकारियों से जिला समाहरणालय के सामने का सोगरा मैदान पूरी तरह से भर गया.लोगों की भीड़ को देखते हुए जिला समाहरणालय में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिये गये हैं.
सूचना मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराने की कोशिश की, मगर प्रदर्शनकारी कुछ भी सुनने तैयार नहीं थे. लोगों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी मकानों के कागजात दिखाने को कह रहे हैं, जबकि पूरे पहाड़ के ऊपर करीब 5000 से अधिक मकान वर्षों पहले बने हुए हैं. हम गरीब कहां से कागजात दिखा पाएंगे. यह सोचने वाली बात है.
दरअसल पिछले दिनों सो सराय थाना इलाके के छोटी पहाड़ी में जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गई थी और 2 लोगों की आंख की रोशनी चली गयी. उसके बाद जिला प्रशासन द्वारा यहां के 60 से अधिक घरों में पोस्टर चिपका दिये गये. उनमें से कुछ शराब माफिया भी थे और कुछ निर्दोष लोग इसी के विरोध में आज माले नेताओं ने प्रदर्शन किया है.