जेल में रहकर क्लियर की BPSC की परीक्षा, हथकड़ी लगा अब ज्वाइनिंग लेंटर लेने पहुंचा ये शख्स
जेल में रहते हुए बीपीएससी का फार्म भरा, एग्जाम दिया और फिर परीक्षा भी पास कर गया.जिसके बाद वह अपनी नियुक्ति पत्र लेने पहुंचा था.
बीपीएससी की परीक्षा पास कर युवा इन दिनों बिहार में लगातार नौकरियां ले रहे हैं.इसी कड़ी में एक अजीबोगरीब तस्वीर भी बिहार के नालंदा से सामने आई है,जिसकी खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. दरअसल, एक युवा हाथों में हथकड़ी डाले ज्वाइनिंग लेटर लेने पहुंचा था. उसके नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में पहुंचने पर वहां पर उपस्थित लोगों ने फटाफट उसकी तस्वीरें लेना शुरू कर दिया. दरअसल वह कैदी नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में हाथों में हाथकड़ी लगा बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति पत्र लेने पहुंचा था.
क्या है पूरा मामला
स्थानीय लोगों ने बताया कि कैदी राजकिशोर चौधरी रहुई थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. वो घरेलू मारपीट मामले में बिहारशरीफ मंडल कारा में करीब 2 महीने से बंद है. इसी बीच उसने जेल में रहते हुए बीपीएससी का फार्म भरा, एग्जाम दिया और फिर परीक्षा भी पास कर गया.जिसके बाद वह अपनी नियुक्ति पत्र लेने पहुंचा था. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उसे न्यायालय के आदेश पर नियुक्ति पत्र दे दिया. अब उसके स्कूल में भी योगदान करने की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है.
न्यायालय के आदेश पर करेंगे स्कूल में ज्वाइन
शिक्षा विभाग के अनुसार न्यायालय ने कैदी राज किशोर चौधरी को हाई स्कूल तियुरी में योगदान देने को कहा. शिक्षक पद पर योगदान देते ही राजकिशोर चौधरी निलंबित हो जाएंगे और जैसे ही उनको बेल मिलेगा, उसके बाद वह फिर से स्कूल में ज्वाइन कर लेंगे. इस मामले में विधि प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि कैदी राजकिशोर चौधरी को नियुक्ति पत्र दे दिया गया है और वह स्कूल में जाकर ज्वाइन भी कर लेंगे. इसके बाद उनको सस्पेंड कर दिया जाएगा.
विभाग के नियम का करना होगा पालन
राजकिशोर चौधरी जब तक कोर्ट से बरी नहीं हो जाते हैं, तब तक आरोपी के रूप में माने जाते रहेंगे. इस दौरान वे कैदी ही बने रहेंगे. उनको विभाग के हर नियम को पालन करना होगा. विभाग का नियम है कि जेल में रहने वाले शिक्षक को सस्पेंड कर दिया जाता है. जब तक बेल नहीं मिल जाता है, तब तक सस्पेंड ही रहेंगे.