‘अयोध्या सबका.., न्योता क्यों? किसी के पिताजी का श्राद्ध है क्या..’ जदयू सांसद कौशलेंद्र का पूरा बयान सुनिए..

जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने अयोध्या में राम मंदिर के अंदर रामलल्ला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मिल रहे न्योते को गलत करार दिया है. उन्होंने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए श्राद्ध वगैरह का भी जिक्र कर दिया. सुनिए क्या बोले जदयू सांसद..

By ThakurShaktilochan Sandilya | January 7, 2024 2:23 PM
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अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलल्ला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसे लेकर पूरे देश का माहौल अभी राममय है. वहीं दूसरी ओर इसे लेकर सियासत भी गरामयी हुई है. बिहार के कौन-कौन नेता इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या जाएंगे. इसे लेकर अभी कोई पूरी जानकारी सामने नहीं आयी लेकिन राम मंदिर को लेकर विपक्षी दलों ने भाजपा पर तंज भी खूब कसा है. जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने अयोध्या आने का न्योता देने को गलत करार दिया है. उन्होंने निमंत्रण भेजे जाने की जरूरत नहीं बतायी और बोले की अयोध्या किसी के कब्जे में नहीं आ सकती. इशारे ही इशारे में उन्होंने पीएम मोदी पर भी तंज कसा.

जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार का बयान

नालंदा के जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने समाचार एजेंसी ANI पर कहा कि अयोध्या में न्योता की क्यों जरूरत पड़ी. ये लोग न्योता क्यों दे रहे हैं. क्या किसी के बेटे का ब्याह है. किसी के पिताजी का श्राद्ध है क्या जो न्योता दिया जा रहा है. अयोध्या सबका है. हम अक्सर लक्षमण किले में ठहरते हैं. वो निमंत्रण नहीं दिया तो क्या हम अयोध्या नहीं गए थे. अयोध्या को कोई कब्जा में लेना चाह रहे हैं तो वो उनका नहीं होगा. भगवान राम की पूजा एक दिन में खत्म नहीं होने वाला है. केवल 22 तारीख से नहीं होगा.


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सांसद ने कसा तंज

जदयू सांसद ने इशारे ही इशारे में बिना नाम लिए पीएम मोदी पर तंज भी कसा. उन्होंने कहा कि 22 तारीख को वैसे लोग आएं जो पति और पत्नी मिलकर आएं. राम और सीता का आशीर्वाद लें. अगर बिना सीता के आएंगे तो उनका भी कल्याण 2024 में नहीं होगा. आप निश्चित मानिए कि अगर कोई सीता का अपमान कर रहा है तो वो आदमी 2024 में वापस नहीं आने वाला है.

जदयू सांसद के बयान पर बोले पार्टी प्रवक्ता

वहीं जदयू सांसद के बयान पर पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम कण-कण में हैं. अब हर व्यक्ति को यह पूछना कि आपको निमंत्रण मिला है. ये व्यवहारिक नहीं है. सांसद ने कहा कि वो पहले भी अयोध्या गए हैं, आज भी जाएंगे और कल भी जाएंगे. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि अयोध्या ही नहीं अयोध्या के लोगों को भी केंद्रबिंदु में रखना चाहिए.


जदयू के राष्ट्रीय महासचिव ने पीएम मोदी को भेजा पत्र

इधर, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को पत्र भेजकर पुनौरा धाम में माता सीता के जन्मस्थान के विकास में केंद्र सरकार का सहयोग मांगा है. उन्होंने लिखा है कि केंद्र सरकार इसमें सहयोग करे तो पुनौराधाम की भव्यता भी अयोध्या की तरह विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हो जायेगी. जब गरीब राज्य होने के बाद भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माता सीता के नाम पर 72 करोड़ खर्च कर दिया, तो केंद्र सरकार को तो इस पुण्यकार्य के लिए कई गुना बढ़कर सहयोग देना चाहिए. इसमें भी सबसे अच्छी बात होगी यदि राममंदिर के लोकार्पण से पहले ही जानकी मंदिर के नवनिर्माण की पहली ईंट रख दी जाये. इससे भगवान श्रीराम भी प्रसन्न होंगे और माता सीता का मान भी बढ़ेगा.

माता जानकी के जन्मस्थान पुनौरा धाम का जिक्र

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन ने प्रधानमंत्री को भेजे इस पत्र में लिखा है कि 22 जनवरी को अयोध्या में हो रहे प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के लोकार्पण से देश में हर्ष का माहौल है. इस मंदिर के लिए 500 वर्षों से चली आ रही तपस्या का आपके कार्यकाल में फलीभूत होना सबके लिए सौभाग्य का विषय है. आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माता जानकी के जन्मस्थान पुनौरा धाम के विकास का बीड़ा उठा लिया है. जन्मस्थली का जायजा लेते हुए अनेक विकास कार्यों का शिलान्यास किया है. हमने समाचार पत्रों के माध्यम से बिहार भाजपा के नेताओं तक कई बार इन बातों को पहुंचाया और राजनीति से ऊपर उठ कर इसमें सहयोग करने का आग्रह किया है. उनके रवैये से ऐसा प्रतीत होता है मानो उनके हृदय में माता सीता के लिए कोई सम्मान ही नहीं है.

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