जमीन का सर्वे करने में नालंदा अव्वल, किशनगंज और मधेपुरा निचले पायदान पर
20 जिलों में चल रहे विशेष सर्वे में नालंदा ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है. फरवरी में हुए काम की समीक्षा के बाद रैंकिंग जारी की गयी है.
पटना. 20 जिलों में चल रहे विशेष सर्वे में नालंदा ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है. फरवरी में हुए काम की समीक्षा के बाद रैंकिंग जारी की गयी है.
पश्चिमी चंपारण ने दूसरा और सुपौल ने तीसरा स्थान हासिल किया है. इसके विपरीत सबसे कम काम करने वाले पांच जिले हैं.
सीतामढ़ी नीचे से पहले नंबर पर है. इसके बाद किशनगंज, अररिया, अरवल और मधेपुरा का नंबर है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने बुधवार को बिहार विशेष सर्वेक्षण की समीक्षा की.
मौके पर भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जय सिंह, सहायक निदेशक मुकुल कुमार, उपसचिव मनोज कुमार झा, जीआइएस सलाहकार चंदन कुमार आदि मौजूद थे.
सर्वे के सभी शिविर प्रभारी को शिविर में मौजूद आधारभूत संरचना एवं मूलभूत सुविधाओं के बारे में ऑनलाइन रिपोर्टिंग करनी है.
भवन, शिविर में उपलब्ध उपकरण अमीनवार उपलब्ध सामग्री, शिविर में संधारित महत्वपूर्ण पंजी, गार्ड फाइल की जानकारी सीआइएमएस के जरिये निदेशालय को भेजी जायेगी.
वहीं राजस्व विभाग के वरीय पदाधिकारी, सर्वे के नोडल पदाधिकारियों को कैंप के भ्रमण के बाद सीवीएमएस से रिपोर्टिंग करनी है.
Posted by Ashish Jha