बिहारशरीफ की मेयर बनीं वीणा व उपमेयर बनीं फूल कुमारी
महिलाएं दोनों सीट पर हुईं आसीन बिहारशरीफ : शुक्रवार को भारी गहमागहमी के बीच बिहारशरीफ मेयर और उपमेयर के चुनाव कराये गये. वार्ड संख्या एक की पार्षद वीणा देवी बिहारशरीफ की नयी मेयर चुनी गयी. जबकि वार्ड संख्या पंद्रह की पार्षद फुल कुमारी उपमेयर पर आसीन हुई. मेयर पद के लिये दो प्रत्याशियों ने नामांकन […]
महिलाएं दोनों सीट पर हुईं आसीन
बिहारशरीफ : शुक्रवार को भारी गहमागहमी के बीच बिहारशरीफ मेयर और उपमेयर के चुनाव कराये गये. वार्ड संख्या एक की पार्षद वीणा देवी बिहारशरीफ की नयी मेयर चुनी गयी.
जबकि वार्ड संख्या पंद्रह की पार्षद फुल कुमारी उपमेयर पर आसीन हुई. मेयर पद के लिये दो प्रत्याशियों ने नामांकन किया है. इसमें वार्ड संख्या एक की पार्षद वीणा देवी और वार्ड संख्या छह की पार्षद कुसुम सिंह शामिल है. इसके बाद वरीय अधिकारियों की देखरेख में मेयर उपमेयर मतदान कराये गये. मतों की गिनती के बाद मेयर पद पर वीणा देवी विजयी रही.
उन्हें 25 मत मिला है, जबकि कुसुम सिंह को 21 मत ही हासिल हो सका. इसी प्रकार उपमेयर में फूल कुमारी व गजाला प्रवीण ने नामांकन किया. उपमेयर में फूल कुमारी 25 मत लाकर विजय रही, जबकि गजाला प्रवीण को 21 मत ही मिला. इस प्रकार कई दिनों से चली आ रही मेयर चुनाव की रस्साकसी समाप्त हो गयी. इस बार महागठबंधन गुट ने दोनों सीटों पर कब्जा कर लिया है. जिस तरह की अटकलें लगायी जा रही थी. इसके अनुरूप ही महागठबंधन को विजय मिला. अंतर सिर्फ यह रहा कि क्रॉस वोटिंग किसी खेमे की ओर से नहीं हुआ.
मेयर व उपमेयर को डीएम ने दिलायी शपथ
46 सदस्यीय बोर्ड के लिए 24 पार्षदों की बहुमत चाहिये था. मेयर और उपमेयर को क्रमश: वीणा और फुल को डीएम सह जिला निर्वाची पदाधिकारी डाॅ त्यागराजन एसएम ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी. निर्धारित समय के अनुसार दस बजे से चुनाव का समय रखा गया था. सबसे पहले डाक्टर खेमे के 21 सदस्य हरदेव भवन में 9:30 पहुंचे.
ठीक दस बजे डीएम हरदेव भवन में पधारे.10:17 में इंजीनियर गुट के 25 सदस्य के एक साथ हरदेव भवन में पहुंचे. पहले से कयास लगाये जा रहे थे कि क्रॉस वोटिंग दोनों ओर से हो सकता है. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. रिजल्ट यह साबित कर दिया कि पार्षदों ने पूरे विश्वास के साथ वोट किया है. जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम, आब्जर्वर, डीडीसी कुंदन कुमार, एसपी कुमार आशीष की मौजूदगी में सबसे पहले जीते हुए पार्षदों को शपथ दिलायी गयी. तत्पश्चात चुनाव की पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया गया. साथ ही डेमो करके भी दिखाया गया. किस तरह वोट करना इसके बारे में जानकारी दी गयी. तत्पश्चात मेयर के लिये नामांकन हुआ. सभी सदस्यों के द्वारा मतदान किये जाने के बाद बॉक्स खोलकर मतों की गितनी की गयी. यही प्रक्रिया उपमेयर के चुनाव में भी अपनायी गयी.करीब एक बजे दोनों पद का रिजल्ट डीएम के द्वारा घोषित कर दिया गया.
आशानगर का वर्चस्व हुआ समाप्त :पिछले दो टर्म से शहर के आशानगर के लोग हीमेयर बनते आ रहे थे. इससे पहले जब नगर परिषद था तब भी मुख्य पार्षद इसी वार्ड के थे. इस बार यह सिस्टम बरकरार रखने में आशानगर असफल रहा.इस बार सोहडीह का कब्जा हुआ.
सभी तरह का समीकरण ध्वस्त
इस चुनाव में सभी तरह का समीकरण ध्वस्त हो गया. जदयू खेमे के अल्पसंखयक कोटे के पार्षदों ने एनडीए के साथ नजर आये.इसके बाद व्यवसायी वर्ग ने पल्टी मारते हुए महागठबंधन का दामन थाम लिया. एनडीए घटक के कुछ सदस्यों ने भी महागठबंधन को वोट किया.इस चुनाव में कई तरह के और चौंकाने वाली बात हुई है .इसके साथ ही एनडीए के कुछ पार्षदों ने भी महागठबंधन को साथ दिया. कुशवाहा समाज कुछ पार्षद ने भी इस पलटी मार दिया. यही कारण है कि महागठबंधन को सफलता मिली.वीणा देवी सोहडीह की रहने वाली है.
प्रमोद ने सीट महिला होने पर पत्नी को वार्ड संख्या एक से मैदान में उतारा और विजय रही. इससे पहले प्रमोद कुमार वार्ड संख्या एक से पार्षद थे. प्रमोद कुमार इस बार वार्ड संख्या पांच चुनाव लड़े और विजय मिली है. गौरतलब हो कि के चुनाव में प्रमोद दंपती सिंगल जीतकर आये हैं. मेयर वीणा देवी मैट्रिक पास है. उनके दो पुत्र हैं जो आइआइटी की तैयारी कर रहा है. उनका मायका पटना के दानापुर में है.