समागम में शामिल होंगे 25 किसान

पहल. कार्यक्रम में किसानों की उन्नति के लिए रखेंगे सुझाव 16 जून को विज्ञान भवन पटना में होगा किसान समागम बिहारशरीफ : नालंदा के 25 किसान पटना में होने वाले किसान समागम में लेंगे भाग.जिला कृषि विभाग की ओर से इन किसानों का चयन किसान समागम के लिए किया गया है.पटना के विज्ञान भवन में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2017 12:06 AM

पहल. कार्यक्रम में किसानों की उन्नति के लिए रखेंगे सुझाव

16 जून को विज्ञान भवन पटना में होगा किसान समागम
बिहारशरीफ : नालंदा के 25 किसान पटना में होने वाले किसान समागम में लेंगे भाग.जिला कृषि विभाग की ओर से इन किसानों का चयन किसान समागम के लिए किया गया है.पटना के विज्ञान भवन में 16 जून को किसान समागम होगा.इस समागम को लेकर चयनित किसानों में काफी उत्साह है.किसान अपनी बातों को समागम में रखेंगे.ताकि किसानों की उन्नति की दिशा में सरकार और भी ठोस कदम उठा सके.इस कार्य को मूर्तरूप देने के लिए जिला कृषि कार्यालय में किसानों की संगोष्ठी हुई.जिसमें किसानों ने अपनी समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखीं.
कृषि के विकास के लिए भंडारण क्षमता की हो मुकम्मल व्यवस्था
इस मौके पर किसानों ने कृषि विकास के लिए कई सुझाव दिये.किसानों ने कहा कि कृषकों की उन्नति तभी होगी जब खेतों में लगी फसलों की सिंचाई की मुकम्मल व्यवस्था हो.जब सिंचाई की व्यवस्था सुदृढ़ होगी तो फसलों की सिंचाई समय पर होगी.लिहाजा पानी के अभाव में फसलें नहीं बरबाद हो सकेगी.यानी की सिंचाई होने पर फसलों की उपज अधिक होगी.जब उपज अधिक होगी तो किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे.किसानों ने कहा कि सिंचाई के लिए आहर,पइन आदि की नियमित रूप से उड़ाही होनी चाहिए.चेकडैम्प का निर्माण होना चाहिए.
ताकि किसान इन स्रोतों से खेतों की सिंचाई सुलभ तरीके से कर सके.किसानों ने कृषि उपज भंडारण क्षमता में वृद्धि पर बल दिया.इसके लिए गोदाम का निर्माण कराया जाय.प्रति 50 एकड़ यूनिट पर कम से कम दो-दो बड़े गोदाम का निर्माण होना चाहिए.इस दिशा में सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए.
सिंचाई योजना में अनुदान की हो व्यवस्था:किसानों ने कहा कि उन्नत सिंचाई के लिए सिंचाई प्रणाली में जैसे सूक्ष्म सिंचाई,स्प्रींकलर,टपक सिंचाई प्रणाली की स्थापना मद में 90 फीसदी अनुदान की व्यवस्था होनी चाहिए.साथ इन प्रणाली की स्थापना के बाद इसकी मरम्मत एवं प्रशिक्षण की भी उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए.फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में जिले में सरकारी स्तर पर कंपनी या फैक्ट्री का निर्माण किया जाना चाहिए.ताकि किसानों को उत्पादक का उचित मूल्य मिल सके.
शहद जांच लैब की हो व्यवस्था
किसानों ने इस मौके पर कहा कि नालंदा में कृषि उपज के अलावा मशरूम व शहद के लिए किसानों को प्रशिक्षित करने की व्यवस्था होनी चाहिए. ताकि किसान लोग उक्त चीजों का भी सही उत्पादन कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकें.शहद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले में शहद जांच लैब का निर्माण होना चाहिए.साथ ही पान की खेती को भी बढ़ावा देनी चाहिए.जिले के मगही पान अहम स्थान रखता है.पान की खेती पर निवेश अनुदान व इसकी प्रोसेसिंग के लिए गांव में ही आधारभूत संरचना विकसित हो.इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार,आत्मा के परियोजना निदेशक मो.इस्माइल,कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक,तकनीकी पदाधिकारी धनंजय कुमार ,मुरारी कृष्ण समेत कई लोग मौजूद थे.
समागम के लिए चयनित किसान
किसान का नाम प्रखंड का नाम
सुधीर कुमार, थरथरी
सत्येन्द्र नारायण सिंह चंडी
कवीन्द्र कुमार मौर्य नूरसराय
लक्ष्मीचंद चौरसिया इस्लामपुर
माया देवी अस्थावां
रिंकू देवी परबलपुर
सुरेन्द्र राम बिहारशरीफ
नवल किशोर प्रसाद एकंगरसराय
अखिलेश प्रसाद बिन्द
सतीश कुमार कतरीसराय
भोला प्रसाद बिहारशरीफ
अनीता कुमारी बिहारशरीफ
वीरेश कुमार सिलाव
वृजनंदन प्रसाद सिलाव
सीमा कुमारी थरथरी
अनिल कुमार सिन्हा चंडी
सत्यम कुमार सिन्हा बिहारशरीफ
ललितेश्वर प्रसाद सरमेरा

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