वन विभाग के विश्रामागार में सीएम ने किया लंच
राजगीर (नालंदा) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने चार दिवसीय निजी प्रवास यात्रा के दूसरे दिन भी जनप्रतिनिधियों व नेताओं से मिलने से कतराते नजर आये. कुछ खास जनप्रतिनिधियों को छोड़ कर प्रखंड से जिला स्तर के जनप्रतिनिधियों ने भेंट करने की चेष्टा की, परंतु उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं मिली. मुख्यमंत्री अपने चार दिवसीय निजी […]
राजगीर (नालंदा) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने चार दिवसीय निजी प्रवास यात्रा के दूसरे दिन भी जनप्रतिनिधियों व नेताओं से मिलने से कतराते नजर आये. कुछ खास जनप्रतिनिधियों को छोड़ कर प्रखंड से जिला स्तर के जनप्रतिनिधियों ने भेंट करने की चेष्टा की, परंतु उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं मिली. मुख्यमंत्री अपने चार दिवसीय निजी प्रवास यात्रा के दूसरे दिन शुक्रवार को वन विभाग के विश्रामागार पहुंचे, जहां विशेष रूप से घनी वादियों की नैसर्गिक सुंदरता के मध्य उनके दिन के भोजन की व्यवस्था की गयी थी.
वन विभाग के विश्रामागार में पहुंचते ही बारिश होने लगी, जहां उन्होंने हल्की बूंदा-बांदी के बीच विश्रामागार के सबसे ऊपर खुले आसमान में बड़ी छतरी के नीचे चावल, दाल, सब्जी, सलाद, आलू का चोखा, साग व पापड़ का स्वाद उठाया. भोजन के समय साथ में राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह भी मौजूद थे.
बाद में अस्थावां विधायक जितेंद्र कुमार भी पहुंचे. मुख्यमंत्री ने पंच पहाड़ियों से घिरी इस वादियों की गोद में बारिश के मौसम में यहां की जड़ी-बुटियों से लबरेज पर्यावरण में चलती हवा के झोंके को भरपूर स्वास्थ्यप्रद कहा. भोजन के उपरांत उन्होंने हल्के-फुल्के ढंग से वन विभाग के अधीन चल रही योजनाओं पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने नवनिर्मित वन विभाग के विश्रामागार को बेहद आकर्षक बताया. वहीं, प्रस्तावित निर्माणाधीन वन्यप्राणी आश्रयणी अभयारण्य जू सफारी की चर्चा करते हुए कहा कि यह भी शीघ्र बनकर तैयार हो जायेगा, जिसका हमें बेहद इंतजार है.
इस क्रम में उन्होंने वहां उपस्थित जिला वन पदाधिकारी नेशा मानिके से जू सफारी व अन्य संबंधित विषयों पर जानकारी ली. साथ ही कहा कि बिहार पर्यटन में अग्रणी अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर में जू सफारी के निर्माण के बाद एक और नया आयाम जुड़ जायेगा, जिसमें सोनागिरी व वैभारगिरी पर्वत शृंखलाओं की तलहट्टी में कुल 191 हेक्टेयर क्षेत्रफल में इसे विकसित किया जाना है. उन्होंने इसके निर्माण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह बहुआयामी वन्यप्राणी आश्रयणी अभयारण्य जू सफारी में देश के ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटकों के अलावा प्रोफेशनल व शौकिया फोटोग्राफर इस अभयारण्य में विचरण करते वन्यजीव प्राणियों को अपने कैमरों में कैद कर सकेंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला पुनः राजगीर अतिथिगृह को लौट गया.
इस क्रम में ग्रामीण कार्य मंत्री श्रवण कुमार, इस्लामपुर विधायक चंद्रसेन, जदयू प्रखंड अध्यक्ष मीरा कुमारी, मखदुम कुंड सचिव मो आफताब आलम, चंद्रिका सिंह दांगी के अलावा महागठबंधन नेताओं में राजद नेता सोनू यादव, केडी यादव, सुवेंद्र राजवंशी, बादल कुमार, आशुतोष कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.