आपदा से निबटने के गुर सीखे डॉक्टर व कर्मी

भूकंप के प्रति जागरूकता एवं भूकंप की स्थिति में बचाव पर आधारित मॉकड्रिल सदरअस्पताल में किया गया. मॉकड्रिल बहुत ही आवश्यक है और इस तरह के कार्यक्रम स्कूलों तथा अन्य संस्थानों में भी किये जायेंगे. बिहारशरीफ : किसी तरह की संभावित आपदा से निबटने के लिए शुक्रवार को सदर अस्पताल परिसर में मॉकड्रिल का आयोजन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2017 12:21 PM
भूकंप के प्रति जागरूकता एवं भूकंप की स्थिति में बचाव पर आधारित मॉकड्रिल सदरअस्पताल में किया गया. मॉकड्रिल बहुत ही आवश्यक है और इस तरह के कार्यक्रम स्कूलों तथा अन्य संस्थानों में भी किये जायेंगे.
बिहारशरीफ : किसी तरह की संभावित आपदा से निबटने के लिए शुक्रवार को सदर अस्पताल परिसर में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया.भूकंप के प्रति जागरूकता एवं भूकंप की स्थिति में बचाव पर आधारित मॉकड्रिल सदर अस्पताल में किया गया. डीएम डॉ त्यागराजन के निर्देश पर इस मॉकड्रिल में एसडीआरएफ तथा एडीपीसी की टीम ने भूकंप आने की स्थिति में क्या करें और क्या न करें के संबंध में लोगों को बताया.
बड़े-बड़े बिल्डिंग में भूकंप की स्थिति में क्या किया जाय,किस जगह छिपा जाय और कैसे बाहर निकला जाय,भूकंप के बाद हुई क्षति एवं उसके बाद राहत व बचाव कार्य किस प्रकार चलाया जाय, मॉकड्रिल में सभी पक्षों को समाहित किया गया.डीएम ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं को पूरी तरह रोका तो नहीं जा सकता पर थोड़ा सचेत रहने से उसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है तथा आपदा आने की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चला कर लोगों की जान को बचाया जा सकता है.
इसलिए इस तरह के मॉकड्रिल बहुत ही आवश्यक है और इस तरह के कार्यक्रम स्कूलों तथा अन्य संस्थानों में भी किये जायेंगे.
इलाज के लिए मुकम्मल व्यवस्था
मॉकड्रिल के दौरान सदर अस्पताल में की गयी मरीजों के इलाज के लिए मुकम्मल व्यवस्था की गयी.इससे पहले अस्पताल की इमरजेंसी घंटी बजायी गयी.घंटी बजते ही अस्पताल के डॉक्टर से लेकर कर्मी तक अलर्ट हो गये.लोग अपने-अपने कर्तव्यों के प्रति सजग हो गये.अस्पताल में आये मरीजों का तत्परता से आइपीडी में भरती कर उसका इलाज किया गया.रिहर्सल कर कर्मियों व डॉक्टरों को इलाज व बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के बारे में बताया गया.सिविल सर्जन डॉ.सुबोध प्रसाद सिंह ने बताया कि इसके लिए चार टीमें बनायी गयी थीं.
एक टीम घायलों को अस्पताल में रिसीव करने,दूसरा कितने घायल र्हैं और तीसरी टीम इसको चिंहित करने का काम की तो चौथी टीम रोगों का वर्गीकरण कर इलाज किया.इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.ललित मोहन प्रसाद,सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ.शैलेन्द्र कुमार,डीआइओ डा.राजेन्द्र चौधरी,डॉ.मनोरंजन कुमार,डॉ.राकेश कुमार ,अनुराग सिन्हा समेत अस्पताल के पारा मेडिकल स्टॉफ व नर्सें आदि ने भाग लिया.

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