नीरपुर पंचायत आज होगा ओडीएफ घोषित
नालंदा : सिलाव प्रखंड का नीरपुर पंचायत आज शुक्रवार को ओडीएफ घोषित किया जायेगा. इसकी प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी है. यह प्रखण्ड का दूसरा पंचायत है, जो ओडीएफ घोषित होगा. इसके पहले सूरजपुर पंचायत को डीएम डॉ त्याग राजन एसएम ने ओडीएफ घोषित किया था. नीरपुर पंचायत में कुल 1247 घर है. इनमें […]
नालंदा : सिलाव प्रखंड का नीरपुर पंचायत आज शुक्रवार को ओडीएफ घोषित किया जायेगा. इसकी प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गयी है. यह प्रखण्ड का दूसरा पंचायत है, जो ओडीएफ घोषित होगा. इसके पहले सूरजपुर पंचायत को डीएम डॉ त्याग राजन एसएम ने ओडीएफ घोषित किया था. नीरपुर पंचायत में कुल 1247 घर है. इनमें से 385 घरों में पहले से शौचालय बना हुआ था. यानी बिना सरकारी सहयोग के ग्रामीण किसानों ने खुद शौचालय का निर्माण कराया है.
इस पंचायत में कुल 862 घर शौचालय विहीन थे. इन शेष बचे घरों को लोहिया स्वच्छता मिशन के तहत सरकारी सहयोग से शौचालय का निर्माण कराया गया है. प्रखंड का यह सुदूरवर्ती पंचायत नीरपुर, बेन और नूरसराय प्रखंड के बॉर्डर पर बसा है. नीरपुर पंचायत में नीरपुर, चकनीरपुर, जलालपुर, पचबाड़ा, ताजू बिगहा, लोदीपुर और पकरीसराय गांव है. प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी अमर कुमार ने बताया कि नीरपुर पंचायत में कुल 10 वार्ड है. इनमें से तीन वार्ड नंबर तीन,चार, पांच पहले ही ओडीएफ घोषित किया जा चुका है. शेष वार्ड नंबर एक, दो, छह, सात, आठ, नौ व दस को ओडीएफ शुक्रवार को घोषित किया जायेगा.
इस घोषणा के साथ ही पूरा नीरपुर पंचायत ओडीएफ हो जायेगा. डीएम डॉ त्याग राजन एसएम और निवर्तमान डीडीसी कुंदन कुमार के प्रयास का यह नतीजा है. ओडीएफ घोषणा को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह है. डीएम का स्पष्ट आदेश था कि लाभार्थी अपने घरों में स्वयं शौचालय का निर्माण करायेंगे़ लाभार्थी को 12 हजार रुपये सहयोग राशि प्रदान की जायेगी़ इस अभियान को बिचौलिया से मुक्त रखने का आदेश डीएम ने दिया था. नीरपुर पंचायत में घर-घर नल जल कनेक्शन के लिए अभी काम शुरु नहीं किया गया है. इस पंचायत के करीब 95 प्रतिशत घरों में बिजली के कनेक्शन हैं. इसकी पुष्टि मुखिया ममता कुमारी और पूर्व मुखिया रत्नेश कुमार भी करते हैं. मुखिया समेत ग्रामीणों की इच्छा है कि सात निश्चय योजना पर भी शीघ्र काम आरंभ कराया जाय. इस पंचायत के गांव के गलियों में पीसीसी कराने और नाला बनाने की आवश्यकता है. इस पंचायत में एक मनरेगा भवन का निर्माण एक एकड़ जमीन पर होना है. जमीन आम गैरमजरूआ है, लेकिन अतिक्रमण के कारण इस जमीन पर मनरेगा भवन का निर्माण अब तक नहीं हो सका है. पूर्व मुखिया रत्नेश कुमार ने बताया कि नीरपुर पंचायत के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को अपना भवन है. जितने भी स्कूल हैं उन सभी को अपना भवन है. पंचायत की मुखिया ममता कुमारी बताती हैं कि नीरपुर आदर्श पंचायत है. इसके बावजूद इस पंचायत में पंचायत सरकार भवन नहीं है. इसके लिए स्थल का चयन भी अब तक नहीं किया जा सका है. पंचायत सरकार भवन होता तो पंचायत के जनप्रतिनिधि और सरकारी कर्मी एक जगह बैठ कर पंचायत के विकास के लिए सोचते, सरकारी कामों का निपटारा और समस्याओं का निदान करते.